बदायूं जिले के थाना कुंवरगाँव क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति बेहद खतरनाक है। यौन उत्पीड़न जैसी जघन्य वारदातों की शिकार महिलाओं की भी कोई सुनने को तैयार नहीं हैं। एसओ एक के बाद एक घटना को दबाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं, जिससे दरिंदों के हौसले बुलंद हैं।
कुंवरगाँव थाना क्षेत्र के एक गाँव में बरेली जिले में स्थित मीरगंज थाना क्षेत्र की एक लड़की बुआ के घर दावत में आई हुई थी। शनिवार सुबह वह दूध लेने जा रही थी, तभी मोहल्ले के युवक ने उसे दबोच लिया और पास में ही बंद पड़े मकान में ले गया, जहाँ उसका युवक ने बेरहमी से यौन उत्पीड़न किया। दरिंदे द्वारा मुक्त करने के बाद किशोरी ने घर जाकर रिश्तेदारों को बताया। रिश्तेदारों ने फोन से किशोरी के परिजनों को अवगत कराया, तो किशोरी के परिजन आ गये और फिर थाने जाकर घटना की नामजद तहरीर दी। हमेशा की तरह एसओ प्रदीप यादव मुकदमा दर्ज करने की जगह घटना को दबाने का ही प्रयास करते नजर आ रहे हैं। पीड़ित पक्ष थाने में बैठा रखा है और फैसला करने का निरंतर दबाव बना रहे हैं।
बता दें कि पिछले तीन सप्ताह में कुंवरगाँव थाना क्षेत्र में यौन उत्पीड़न कई वारदातें हुई हैं, सभी वारदातों में एसओ प्रदीप यादव की भूमिका नकारात्मक ही रही है। सभी मुकदमा वरिष्ठ अफसरों के निर्देश के बाद ही दर्ज हुए हैं, जिससे क्षेत्र में यह बात आम हो गई है कि एसओ खुल कर बलात्कारियों का ही साथ दे रहे हैं। अब देखते हैं कि इस नाबालिग किशोरी के साथ क्या होता है?
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