बदायूं शहर में नाबालिगों के बीच का विवाद गुटबंदी और जातिगत समूह के बीच आग की तरह निरंतर फैल रहा है। माता-पिता की अनदेखी और राजनैतिक संरक्षण के चलते लड़कों में आज खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें दोनों पक्षों के लड़के घायल हुए हैं, लेकिन एक लड़के की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालातों पर शीघ्र ही काबू नहीं पाया, तो भविष्य में और बड़ी वारदात हो सकती है।
बताते हैं कि एक लड़की को लेकर दो युवाओं के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी। जिसे मौका मिलता, वह दूसरे पक्ष को पीट लेता। घटनाओं के बाद विवाद थमने की जगह और बढ़ जाता, इसी प्रकरण में आज दोपहर मीरा जी चौकी के आस-पास दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ, जिसके बाद देर शाम एक पक्ष के कई लड़कों ने दूसरे पक्ष के अकेले लड़के को घेर लिया और फिर उसे लाठी-डंडों से बेरहमी से मारा, इस घटना के बाद दूसरा पक्ष बेहद आक्रोशित है। घायल को जिला अस्पताल लाया गया, जहाँ उसका उपचार होते समय ही बड़ी संख्या में लोग जुट गये।
नाबालिग लड़कों के विवाद को अब विधायक महेश चंद्र गुप्ता और पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल के समर्थकों के बीच हुआ झगड़ा प्रचारित किया जा रहा है, इस विवाद को वैश्य और कुर्मी के रूप में प्रचारित कर जातीय संघर्ष में भी परिवर्तित करने का प्रयास किया जा रहा है। आज हुए विवाद में दोनों पक्षों की ओर से सदर कोतवाली में तहरीर दी गईं, तो पुलिस ने दोनों पक्षों का मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस नाबालिग लड़कों पर कड़ी कार्रवाई करने से बच रही है, क्योंकि लड़कों का जीवन बर्बाद हो जायेगा, लेकिन माता-पिता को आगे बढ़ कर अपने-अपने लड़कों पर अंकुश लगाना चाहिए, वरना भविष्य में और बड़ी वारदात घटित हो सकती है।
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