बदायूं जिले के एसएसपी अशोक कुमार पुराने थाना प्रभारियों से ही जिले की कानून व्यवस्था सुधरवाने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि कई प्रभारी ऐसे हैं, जिन्हें चौकी प्रभारी भी नहीं बनाया जा सकता, उन्हीं में से एक थे राजेश कश्यप लेकिन, राजेश कश्यप को नहीं हटाया गया, जिससे जिले की पुलिस के साथ सरकार तक कठघरे में खड़ी हो गई है। हालाँकि आईजी के कड़े निर्देशों के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दलित युवक के साथ अमानवीय कृत्य करने के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि हजरतपुर थाना क्षेत्र के गाँव आजमपुर बिसौरिया निवासी दलित युवक ने गाँव के ही विजय सिंह, शैलेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह और पिंकू सिंह पर आरोप लगाया था कि गेंहू न काटने को लेकर उसे न सिर्फ पीटा बल्कि, उसे जूते से पेशाब पिलाई और उसकी मूंछे उखाड़ी गईं। पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या- 092/10 धारा- 308, 342, 332, 504, 506 आईपीसी, 3 (1) डी व एससी/एसटी एक्ट के अंतर्गत दर्ज कर लिया। गंभीर आरोप के चलते आज आईजी डीके ठाकुर ने घटना स्थल का दौरा किया। पीड़ितों और ग्रामीणों से आईजी ने बात की एवं पुलिस को निष्पक्ष होकर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए, इस दौरान एसएसपी अशोक कुमार भी साथ रहे।
उक्त प्रकरण को लेकर एसओ राजेश कश्यप को निलंबित कर दिया गया है, उनकी जगह ललित मोहन को कार्यभार सौंपा गया है। ललित मोहन ने आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल कर ली है। हालाँकि घटना संदिग्ध मानी जा रही है, जिसका खुलासा पुलिस की विवेचना से ही हो सकेगा। मारपीट की घटना बताई जा रही है, जिसे निलंबित किये गये एसओ राजेश कश्यप ने भयावह अवस्था में पहुंचा दिया।
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