बदायूं जिले में लड़कियाँ सुरक्षित नहीं हैं। दरिंदों के मन में जब और जहां आता है, वहां लड़कियों को शिकार बना लेते हैं। दरिंदों को लड़कियों की मनोदशा की तो चिंता है ही नहीं लेकिन, कानून का भी डर नहीं है। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है पर, नामजद आरोपी को पकड़ने में पुलिस असफल साबित हो रही है।
हृदय विदारक घटना बिसौली कोतवाली क्षेत्र की है। एक परिवार का मुखिया बीमारी के चलते कुछ महीने पहले मर गया, जिसके बाद घर चलाने का भार महिला और बच्चों पर ही आ गया। बताते हैं कि विधवा और उसकी नाबालिग बेटी मजदूरी करती हैं, जिसके बाद चूल्हा जलता है। बताते हैं कि शुक्रवार को माँ अलग और बेटी अलग स्थान पर मजदूरी कर रहे थे। बेटी घुईया में से खराब घुईया निकालने का काम कर रही थी।
बताते हैं कि दोपहर तीन बजे के करीब मालिक आया और उसने नाबालिग लड़की से कहा कि कमरे के अंदर से सड़े हुए आलू भी बीन ले, लड़की कमरे के अंदर गई तो, मालिक ने पीछे से जाकर किवाड़ें बंद कर लीं और नाबालिग लड़की का बेरहमी से यौन उत्पीड़न किया। दरिंदे ने यौन उत्पीड़न के बाद लड़की को मुक्त किया तो, उसने अपनी माँ को जाकर बताया।
पीड़ित माँ के साथ बिसौली कोतवाली पहुंची और पुलिस को घटना के बारे में बताया, पुलिस ने तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन, पुलिस नामजद आरोपी को नहीं पकड़ पाई है। बताते हैं कि नाबालिग की मानसिक हालत सही नहीं है, वह डरी-सहमी बताई जा रही है।
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