बदायूं जिले में पुलिस और खाद्य विभाग की लापरवाही के चलते हालात पहले जैसे ही होने लगे हैं। खाद्य विभाग ने खाद्य सामग्री के सेंपल लेने बंद कर दिए हैं एवं पुलिस ने भी मीट की दुकानों की ओर देखना बंद कर दिया है, जिससे एक बार फिर दूषित पदार्थ खुलेआम बिकने लगे हैं।
अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा ककराला में मांस खुलेआम बिकने लगा है। कसाईयों ने मानक के अनुरूप शॉप नहीं बनाई हैं और न ही स्लाटर हाउस से मीट लाया जा रहा है। घर और दुकानों में ही जानवर काट कर खुलेआम मीट बेचा जा रहा है, जिसकी गंदगी से लोगों को समस्या हो रही है, लेकिन सब कुछ जानते हुए भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। सूत्रों का कहना है कि अवैध रूप से मांस बेचने वालों को पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है।
इसी तरह खाद्य विभाग ने भी छापामार कार्रवाई बंद कर दी है, जिसका दुष्परिणाम ककराला में ही सामने आया है, यहाँ मीट की गंदगी से लोगों को पहले से परेशानी थी, ऐसे में मिष्ठान भी दूषित मिलने लगा है। बताते हैं कि सूरज मिष्ठान भंडार से कई लोगों ने गाजर का हलुआ खाया था, जिससे एक दर्जन से अधिक बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की हालत बिगड़ गई। हालत खराब होने पर लोग डॉक्टर के पास पहुंचे, तो ज्ञात हुआ कि उन्हें फूड प्वाज्निंग हुई है। लगभग एक दर्जन बीमार निजी चिकित्सकों के यहाँ उपचार करा रहे हैं, वहीं खानसा, अलका, बाहरजहां और जहाँआरा सहित कई लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं, जहाँ उनका उपचार चल रहा है।
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