बदायूं जिले में चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पुलिस अपने पिटने की घटना छुपा गई, जिससे पुलिस की क्षेत्र में जमकर फजीहत हो रही है, वहीं पुलिस को पीटने वाले की क्षेत्र में दहशत बढ़ गई है। आम आदमी यह सोच कर चितिंत है कि पुलिस स्वयं के पिटने पर कुछ नहीं कर पाई तो, उसकी रखवाली कौन करेगा।
सनसनीखेज प्रकरण कस्बा अलापुर का है। बताते हैं कि वार्ड नंबर- आठ निवासी नूरा पुत्र लल्ला दिल्ली में रहता है, वह अलापुर आया तो, किसी मुकदमे के वारंट का हवाला देते हुए सिपाही फईम और प्रदीप गंगवार उसे पकड़ने पहुंच गये, जिन्हें देखते ही नूरा भड़क गया और दोनों सिपाहियों को जमकर गालियाँ देने लगा। दोनों सिपाहियों का गिरेबान पकड़ कर घसीटने लगा लेकिन, दोनों सिपाही चोर की तरह खड़े रहे। दुस्साहसी नूरा ने सिपाही प्रदीप गंगवार के गाल पर थप्पड़ भी जड़ दिया, इस दौरान काफी भीड़ जमा हो गई, जो सिपाहियों के पिटने का तमाशा देखती रही।
कस्बे के लोगों को लग रहा था कि अब पुलिस नूरा पर गंभीर धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करेगी लेकिन, पुलिस अपने पिटने की वारदात को छुपा गई। उक्त वारदात 22 जनवरी की बताई जा रही है लेकिन, अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। उक्त घटना का आज वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद पुलिस की अलापुर और क्षेत्र में जमकर फजीहत हो रही है, वहीं पीटने वाले की दहशत बढ़ गई है।
उक्त प्रकरण में अलापुर के एसओ रामप्रसाद शर्मा ने बताया कि घटना उनके संज्ञान में आज ही आई है, सिपाही प्रदीप गंगवार एसआई की ट्रेनिंग पर गया है एवं सिपाही फईम छुट्टी पर है, वे दोनों सिपाहियों से बात करने के बाद अग्रिम कार्रवाई करेंगे। खैर, कारण जो भी हो, पुलिस के पिटने की घटना सनसनीखेज है। सिपाही गलत तरीके से पकड़ने गये तो, उनकी शिकायत की जानी चाहिए थी, उन्हें पीटने से आम जनता का पुलिस के प्रति विश्वास कम हुआ है।
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