बदायूं जिले के किसान भ्रष्टाचार और मनमानी से त्रस्त नजर आ रहे हैं। किसानों के धान नहीं बिक पा रहे हैं। तीन सप्ताह से किसान धान की रखवाली के लिए क्रय केन्द्रों पर ही खा, पी और सो रहे हैं। मौसम खराब होने से हालात और भी भयावह होते जा रहे हैं लेकिन, परेशान किसानों की गुहार कोई सुनने तक को तैयार नहीं दिख रहा है।
सरकार की मंशा के अनुरूप जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने धान क्रय केंद्र खुलने से पहले ही कड़ी चेतावनी दे दी थी कि धान खरीदने में किसानों को कोई समस्या नहीं होना चाहिए वरना, वे त्वरित कड़ी कार्रवाई करायेंगे। उन्होंने क्रय केन्द्रों पर छापे भी मारे और कमियां सामने आने पर कई जगह कड़ी कार्रवाई की भी, इसके बावजूद क्रय केन्द्रों पर भ्रष्टाचार और मनमानी की जा रही है।
बिल्सी स्थित मंडी समिति का और भी बुरा हाल है, यहाँ तीन-चार सप्ताह से तौल नहीं की गई है। किसानों के धान खुले आसमान के नीचे पड़े हैं, जिनकी रखवाली करने को किसान रात-दिन मंडी समिति परिसर में ही रह रहे हैं, यहीं खा, पी रहे हैं और यहीं सो रहे हैं। बीते दिन बारिश होने से धान भी भीग गये, ऐसे में किसान और ज्यादा चिंतित नजर आ रहे हैं। परेशान किसान अफसरों के साथ नेताओं को भी समस्या से अवगत करा चुके हैं लेकिन, उनकी समस्या को कोई भी गंभीरता से नहीं ले रहा है।
तीन सप्ताह से तौल न होने के कारण किसान बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं, उन्हें तौल न करने का कोई सटीक कारण भी नहीं बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि धान तौल कर विभाग धान अपने कब्जे में ले ले तो, वे मुक्त तो हो जायेंगे, तौल न होने के कारण वे रात भर ठंड में ठिठुरते रहते हैं। क्षेत्र के परेशान किसानों ने डीएम कुमार प्रशांत से तत्काल तौल कराने की मांग की है।
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