बदायूं जिले की पुलिस पर दबंगई करने के आरोप लगातार लग रहे हैं। पुलिस पर घरों में घुस कर मारपीट करने और महिलाओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। आरोपी सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है एवं विभागीय जाँच शुरू करा दी गई है।
प्रकरण मूसाझाग थाना क्षेत्र के हैं। गाँव उतरना निवासी किसान सत्यपाल का आरोप है कि वह ट्रैक्टर-ट्रॉली में खेत से गेहूं लेकर आया था और घर के सामने सड़क पर खड़ा कर के उतार रहा था तभी, होमगार्ड के साथ सिपाही आ गया, जो ट्रैक्टर-ट्रॉली हटाने को कहने लगा। किसान ने साइड से निकल जाने का आग्रह किया, इसी पर नोंक-झोंक हो गई तो, सिपाही ने फोन कर पुलिस बल बुला लिया और फिर डंडों से मारपीट करनी शुरू कर दी, जिससे किसान, उसका बेटा और बेटियां घायल हुई हैं, जिनका उपचार चल रहा है।
उक्त प्रकरण की जाँच करने अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) जितेन्द्र श्रीवास्तव मौके पर गये, उन्होंने पीड़ितों और ग्रामीणों से बात की, जिसके बाद एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने संबंधित सिपाही निलंबित कर दिया एवं विभागीय जाँच करने के आदेश दे दिए। थाना पुलिस का कहना है कि उक्त युवक गाँव में दुकान खोले बैठा था, जहाँ भीड़ लगी थी। मना करने पर अभद्रता करने लगा।
दूसरा प्रकरण गाँव मचलई का है, यहाँ के निवासी सलाउद्दीन का आरोप है कि पुलिस ने घर में घुस कर उसे, उसकी पत्नी और बेटी को बेरहमी से मारा। बताया जाता है कि नगर पंचायत गुलड़िया के कब्रिस्तान में एक विवादित स्थल पर लॉक डाउन के दौरान अवैध रूप से निर्माण कार्य कर लिया गया, जिसकी शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की थी। सलाउद्दीन राज मिस्त्री है, इसलिए फर्जी आरोप लगा रहा है।
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