बदायूं के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने आज नगर पालिका परिषद ककराला का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साफ-सफाई की अव्यवस्था तथा एलईडी लाइटें न लगे होने पर अधिशासी अधिकारी संजय तिवारी को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कस्बे के दीवारों पर लगे बैनर, पोस्टर हटवाकर अच्छे तरीके से रंगाई-पुताई कराई जाए। साधारण लाइटों को एलईडी लाइटों में परिवर्तित किया जाये। नगर पालिका परिषद के बाहर शेल्टर होम का बोर्ड लगाया जाये।
उन्होंने कहा कि जो गरीब लोग हैं, उन्हें कूड़ादान खरीद कर दिया जाए, सक्षम व्यक्ति स्वयं खरीदें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर में कूड़ादान होना चाहिए। कूड़ा उठाने वाली गाड़ी बराबर चलती रहे, उस पर स्वच्छता के संबंध में जानकारी देने वाला लाउडस्पीकर बराबर बजता रहे। कस्बे को साफ-सुथरा और सुन्दर बनायें। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अन्दर परिवर्तन दिखना चाहिए। यह भी बता दें कि जिलाधिकारी समाजवादी पार्टी की पालिकाध्यक्ष परवीन बेगम के पति मुस्लिम खां के साथ बैठे बातें करते रहे, इस दौरान कई बार हंसी के ठहाके भी लगे, जिससे मौके पर मौजूद सैकड़ों लोग दृश्य देख कर स्तब्ध थे।
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने शासनादेश के क्रम में जिले भर के अधिशासी अधिकारियों और निकायों के अध्यक्षों को दस दिन पूर्व निर्देश दिए थे कि निर्वाचित व्यक्तियों के परिजन शासकीय कार्यों में हस्तक्षेप न करें और न ही परिजन बैठकों में शामिल हों। निर्देश थे कि परिजन हस्तक्षेप करते हुए दिखाई दें, तो तत्काल अवगत करायें और यथोचित कार्रवाई करें, इस निर्देश के बाद कई जगह पतियों की दबंगई पर अंकुश लगा एवं कई जगह परिजन अभी भी हंगामा करते नजर आ रहे हैं, ऐसे दबंगों का आज साहस बढ़ जायेगा, क्योंकि जिलाधिकारी स्वयं पालिकाध्यक्ष के पति से ही बातें करते रहे।
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