बदायूं शहर के लोकप्रिय स्कूल मदर एथीना के अनुभवी शिक्षकों ने परीक्षार्थियों को महत्वपूर्ण सुझाव दिये हैं। परीक्षार्थियों ने अनुभवी शिक्षकों के सूत्रों को अपना लिया तो, वे आसानी से परीक्षा दे पायेंगे और अच्छे नंबर लाने में भी सफल होंगे।
मदर एथीना स्कूल के हिंदी के शिक्षक विशाल गुप्ता ने कहा कि सर्व प्रथम विद्यार्थी बोर्ड में पढ़ने के लिये दिये गये समय का सदुपयोग करते हुये प्रश्न पत्र को ध्यान पूर्वक पढ़ें। लेखन एवं प्रस्तुतीकरण पर विशेष ध्यान दें। प्रश्न पत्र के प्रत्येक वर्ग को क्रमानुसार हल करने का प्रयास करें। पत्र, अनुच्छेद, विज्ञापन, सूचना, ई-मेल आदि लेखन विषयों को पहले एवं प्रारूप के अनुसार करने का प्रयास करें। बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर लिखने का प्रयास करें, केवल विकल्प न लिखें। समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखें। व्याकरण में मुहावरे, समास, पदबंध, वाक्य रूपांतरण सभी एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तक स्पर्श एवं संचयन के पाठों में वर्णित है, उन पर विशेष ध्यान दें, इसकी परिभाषायें महत्त्वपूर्ण हैं। साहित्यिक पाठों के प्रश्नों के उत्तर अपनी समझ के आधार पर प्रश्न को ध्यान पूर्वक पढ़कर प्रश्न की भाषा के अनुसार लिखें। किसी भी प्रश्न को अनुत्तरित न छोड़ें।
जीव विज्ञान की शिक्षिका कविता रस्तोगी ने कहा कि परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिये पूरी तैयारी एनसीईआरटी से करें। लिखित कार्य करते हुये समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखें। हर प्रश्न का उत्तर उसके निर्धारित अंकानुसार ही दें। अपनी पुस्तक में दी गई सभी एक्टिविटी (प्रायोगिक गतिविधि) को अवश्य पढ़ें, उन पर आधारित एक प्रश्न अवश्य आता है। जिन पाठों से दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आते हैं, उन्हें ज्यादा अच्छे से तैयार करें। जैसे:- भौतिक विज्ञान में लाइट और इलेक्ट्रिकसिटी, जीव विज्ञान में लाइफ प्रोसेसेस व हाउ डू आर्गेनिज्म रिप्रडयूस, रसायन विज्ञान में मैटल एवं नॉन-मैटल व कार्बन एंड इट्स कम्पाउन्ड। रसायन विज्ञान की सभी रासायनिक अभिक्रियायें लिखकर याद करने का प्रयास करें। भौतिक विज्ञान में लाइट चैप्टर के किरण आरेख बनाकर अभ्यास करें। जहाँ आवश्यकता हो, वहाँ नामांकित चित्र अवश्य बनायें। चित्र पेंसिल से ही बनायें। संख्यात्मक प्रश्नों में फार्मूला अवश्य लिखें, उसका अलग से अंक होता है। किसी भी प्रश्न को अनुत्तारित न छोड़ें।
अंग्रेजी के शिक्षक कुलदीप साहू ने कहा कि परीक्षा शुरू करने से पहले सभी निर्देशोें को ध्यान से पढ़ें। अंक विभाजन, शब्द सीमा और विशेष दिशा-निर्देशों को समझें। समय प्रबंधन करें, प्रत्येक खंड के लिये उचित समय निर्धारित करें, ताकि सभी प्रश्न पूरे हो सकें। खंडवार उत्तर देने की रणनीति बनायें, जैसे पहले गद्यांश को पढ़कर मुख्य विचार समझें, फिर प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें और महत्वपूर्ण शब्दों पर ध्यान दें। उत्तर गद्यांश में से खोजकर अपने शब्दों में संक्षेप में लिखें। उत्तर स्पष्ट और सीधा हो, अनावश्यक जानकारी न जोड़ें। लेखन कौशल दिखना चाहिये, इसके लिये पहले उत्तर की रूपरेखा बनायें और फिर मुख्य बिंदुओं को सूचीबद्ध करें। उत्तर भूमिका, मुख्य भाग और निष्कर्ष में विभाजित करें। औपचारिक व अनौपचारिक शैली का ध्यान रखें। सरल और प्रभावी भाषा का प्रयोग करें, वर्तनी और व्याकरण की गलतियों से बचें। प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें और सही व्याकरण नियमों का उपयोग करें। काल, क्रिया-वाच्य, वचन, संधि, समास, उपसर्ग-प्रत्यय आदि पर विशेष ध्यान दें। शब्दावली पर आधारित प्रश्नों के लिये संदर्भ अनुसार उत्तर दें। साहित्य में उत्तर संक्षिप्त लेकिन, सटीक हो। उत्तर में पाठ्यपुस्तक से प्रमाण (उदाहरण या उद्धरण) दें। विषय, पात्रों और साहित्यिक अलंकारों का विश्लेषण करें। किसी भी प्रश्न को अनुत्तरित न छोड़ें।
गणित के शिक्षक पंकज सिंह ने कहा कि अपने पाठ्यक्रम के अनुसार तैयारी करें। एनसीईआरटी पुस्तक से तैयारी को प्राथमिकता दें। बहुविकल्पीय प्रश्नों व केस स्टडी आधारित प्रश्नों के लिये सैंपल पेपर को हल करें। सूत्रों को अच्छी तरह याद रखें। विषय अध्यापक द्वारा कक्षा में बताये गए महत्वपूर्ण प्रश्नों का बार-बार अभ्यास करें। समय-सीमा का विशेष ध्यान रखें। प्रश्न पत्र के सभी प्रश्नों को हल करने की कोशिश करें। कोई प्रश्न न छोड़ें। तनाव मुक्त रहें, थोड़ा व्यायाम भी करें। परीक्षा तिथि से पहले पूरी रात पढ़ने से बचें। मोबाइल का प्रयोग न करें। अपने परीक्षा केंद्र पर समय से पहुँचें। रिवीजन करते समय यदि किसी प्रश्न में कोई समस्या हो तो, अपने शिक्षक से संपर्क करें। गणित विषय अभ्यास पर निर्भर है, अतः बार-बार अभ्यास करते रहें।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए वाट्सएप चैनल फॉलो कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)