बदायूं जिले की शिक्षण संस्थाओं को कोरोना माहमारी के चलते किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षण कार्य में क्या समस्यायें आ रही हैं, शिक्षकों को क्या समस्यायें हो रही हैं, ऐसे ही तमाम सवालों को लेकर गौतम संदेश की ओर से शुक्रवार को पत्रकार कुलदीप शर्मा ने प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था मदर एथीना स्कूल की निदेशिका चयनिका सारस्वत से विशेष बातचीत की। चयनिका सारवस्त ने बच्चों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए अभिवावकों से आह्वान किया कि बच्चे दोस्तों से दूर हैं, उनकी फिजिकल एक्टिविटी कराते रहें, साथ ही सकारात्मक विचार करते हुए विद्यालय का सहयोग करें।
लॉकडाउन की चुनौतियों के बीच जिम्मेदारी का कर रहे निर्वहन
मदर एथीना स्कूल की निदेशिका चयनिका सारस्वत ने कहा कि कोरोना के चलते हुये लॉकडाउन को लेकर बिल्कुल भी तैयार नहीं थे। समय के साथ खुद को तैयार किया, साथ ही स्कूल के स्टाफ को भी इसके लिये तैयार किया। विद्यालय के शिक्षकों द्वारा इस मुसीबत की घड़ी में बखूबी साथ दिया गया है। बच्चों की पढ़ाई पर इस संकट की घड़ी का कोई असर न हो, इसके लिये ऑनलाइन क्लासेज लगाई जा रही हैं। हमने क्लास वाइज ऑनलाइन क्लासेज की शिफ्ट का समय निर्धारित किया है।
इस शेड्यूल में लगाई जा रही क्लासेज
कक्षा 6-8 तक सुबह 6-10.30 तक ऑनलाइन क्लासेज को लगाया जाता है, जिसमें अधिक से अधिक बच्चों को लाभ मिले, इसको लेकर अभिभावकों को निर्देशित किया गया है ताकि, समय पर बच्चे ऑनलाइन आकर क्लासेज में पढ़ाई कर सकें। कक्षा 9-10 सुबह 10 बजे से लेकर अपराह्न 2 बजे तक संचालित की जाती है, जिसमें शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ाया जाता है। इसी के साथ जूनियर कक्षाओं को शाम को 5 से 6 बजे तक लगाते हैं, योगा क्लासेज को भी लगाया जा रहा है।
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स्कूल खोलने को लेकर सीबीएसई से प्राप्त गाइड लाइन का होगा पालन
चयनिका सारस्वत ने बताया कि स्कूलों को खोलने को लेकर सीबीएसई की ओर से गाइड लाइन को जारी किया गया है, जिसमें बच्चों की सुरक्षा के साथ ही स्कूल में होने वाले परिवर्तन के बारे में उल्लेख किया गया है। अभी पूरी गाइड लाइन का अध्यन नहीं किया गया है, उसका अध्ययन करने के बाद ही गाइड लाइन के अनुसार ही स्कूल को खोला जायेगा। हालांकि हम अपने स्तर से बच्चों को पूरा सुरक्षित माहौल देने के साथ ही शिक्षकों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखेंगे।
जो अभिभावक सहयोग कर सकते हैं उन्हें आगे आना चाहिए
चयनिका सारस्वत ने कहा कि कोरोना काल में सभी के साथ दिक्कत है लेकिन, जो अभिभावक सहयोग कर सकते हैं, उन्हें आगे आना चाहिये। सोसायटी में एक गलत धारणा है कि विद्यालय नहीं खुल रहे हैं तो, फीस जमा न की जाये। ऐसा नहीं है, क्योंकि विद्यालय द्वारा लगातार ऑनलाइन क्लासेज लगाई जा रही हैं, जिसमें शिक्षक पहले से कहीं अधिक मेहनत कर रहे हैं, साथ ही बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज में दिये गये कार्य को चेक करने के लिये विद्यालय द्वारा नोटबुक को बच्चों के घर से कलेक्ट कराकर चेक कराया जा रहा है, इस पूरी प्रक्रिया में कोरोना संक्रमण से संबंधित गाइड लाइन का पूरा पालन किया जाता है।
बच्चों की याद आ रही
निदेशिका चयनिका सारस्वत ने बताया कि वे स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों को बेहद याद कर रही हैं, उन्होंने सभी बच्चों को एक इमोश्नल मैसेज भी दिया, साथ ही सुरक्षित रहने को भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अभिभावकों भी अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के साथ ही शारीरिक तौर पर सक्रिय रखने के लिये योगा व व्यायाम कराते रहें।
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