बदायूं शहर में नाम भर के लिए एक टॉकीज है, जिसमें आर्टिकल- 15 रिलीज नहीं हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने अहतियातन कटरा सआदतगंज में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। पुलिस व पीएसी पीड़ित परिवार के घर पर देर रात से ही तैनात है। हालाँकि विवादित फिल्म के विरुद्ध जिले भर में विरोध के स्वर सुनाई नहीं दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कटरा सआदतगंज में चचेरी-तहेरी बहनें पेड़ पर लटकी मिली थीं, जिनको लेकर दुनिया भर में आलोचना और निंदा हुई थी। परिजन हत्या कर लटकाने का आरोप लगा रहे थे, वहीं सीबीआई ने वारदात को आत्म हत्या करार दिया था। कई अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की गई थी, साथ ही सीबीआई ने पुनः शव निकाल कर जांच करने का प्रयास किया था, इस दौरान देश के बड़े नेताओं का जमघट लगा रहा था एवं दुनिया भर की मीडिया का जमावड़ा रहा था।
उक्त घटना का उल्लेख फिल्म आर्टिकल- 15 में किया गया है, साथ ही फिल्म में जाति विशेष को लेकर निंदनीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि कटरा सआदतगंज कांड में पीड़ित और कथित आरोपी पक्ष पिछड़े वर्ग के ही हैं, इसलिए जाति विशेष के विरुद्ध की गई टिप्पणी को निरर्थक मानते हुए फिल्म का देश भर में विरोध शुरू हो गया।
शुक्रवार को फिल्म रिलीज हुई, जिसका विभिन्न स्थानों पर विरोध किया भी गया लेकिन, बदायूं में फिल्म के विरुद्ध विरोध के स्वर सुनाई नहीं दे रहे हैं। यहाँ नाम भर के लिए एक टॉकीज है, जिसमें फिल्म नहीं लगी है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में चल रही फिल्म अच्छी आमदनी कर रही है, इसलिए उसे नहीं हटाया गया।
उधर अहतियात के तौर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने पीड़ित परिवार के घर पर देर रात ही बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी। पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि फिल्म देखने के बाद कुछ कार्रवाई करने जैसा दिखा तो, वे कार्रवाई करेंगे।
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