बदायूं जिले में बरेली का एक कुख्यात दलाल विवादित जमीनों को कब्जा कर करोड़ों रूपये पैदा कर रहा है। बरेली के कुख्यात दलाल ने कुछेक स्थानीय भाजपाइयों, स्थानीय धनाढ्यों और स्थानीय दबंगों को सम्मिलित कर लिया है, जिसकी खबर अभी तक भाजपा के बड़े नेताओं तक नहीं पहुंची है पर, बरेली से आये कुख्यात दलाल की गतिविधियाँ अब आम जनता के बीच चर्चा का विषय बनने लगी हैं, जिससे भाजपा और सरकार की फजीहत होने लगी है।
सूत्रों का कहना है कि बरेली में सपा के एक पूर्व विधायक के लिए एक व्यक्ति दलाली करने का धंधा करता था, इस व्यक्ति ने बरेली में करोड़ों रुपयों की हेरा-फेरी की है। सत्ता और दबंगई के बल पर अकूत संपत्ति अर्जित की है। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद कुख्यात दलाल ने बरेली के भाजपा विधायकों से करीबी रिश्ता बनाने का प्रयास किया था लेकिन, बदनाम चेहरा होने के कारण बरेली के भाजपा विधयाकों ने भाव नहीं दिया तो, कुख्यात दलाल ने बदायूं जिले की ओर रुख कर लिया।
बरेली के कुख्यात दलाल के बारे में बदायूं के लोगों को जानकारी नहीं है, सो उसने यहाँ आसानी से अपनी जगह बना ली। सूत्रों का कहना है कि कुख्यात दलाल ने कुछेक स्थानीय भाजपाइयों, स्थानीय धनाढ्यों और स्थानीय दबंगों के साथ मिल कर एक ग्रुप बनाया और फिर विवादित जमीनों को कब्जाने का धंधा करने लगा। सूत्रों का कहना है कि कुख्यात दलाल ने कस्बा उझानी में लगभग 16 करोड़ की कीमत की विवादित जमीन पर कब्जा कर लिया है और अब उसकी प्लॉटिंग कर रहा है, इससे उसे कई करोड़ रूपये का लाभ होगा। बताया यह भी जाता है कि उक्त संपत्ति का बैनामा कराने में लाखों रूपये की स्टांप चोरी भी की गई है, इस जमीन से कब्जाने हटवाने को लेकर कई ऑडियो भी वायरल हुए थे पर, कुख्यात दलाल की मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह भी बता दें कि कस्बा उझानी में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा का आवास है पर, अभी तक कुख्यात माफिया के कारनामों की खबर उनके पास तक नहीं पहुंची वरना, वे कड़ी कार्रवाई करवा चुके होते।
इसी तरह गांव पडौआ में कुख्यात माफिया एक विवादित जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है, इस जमीन को कुछेक लाख रूपये में कुख्यात दलाल और उसका ग्रुप हड़पना चाहता है, इस जमीन की वास्तविक कीमत 18 करोड़ रूपये से अधिक बताई जा रही है, इस भूमि पर दलित और पिछड़े वर्ग के गरीब परिवारों का कब्जा है, जिन्हें कुख्यात दलाल खदेड़ने को तत्पर है। गरीबों की गुहार कोई नहीं सुन रहा है। उक्त कुख्यात माफिया की मदद स्थानीय भाजपाई ही कर रहे हैं पर, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता के संज्ञान में प्रकरण संभवतः नहीं पहुंचा है वरना, वे स्थानीय भाजपाइयों पर अंकुश लगा चुके होते। हालांकि गाँव पडौआ के पीड़ित लोग शहर में नेताओं और अफसरों से मिलने आये थे पर, उनकी गुहार पर अभी तक किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे कुख्यात माफिया के हौसले बुलंद बताये जा रहे हैं।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)