बदायूं में उझानी मार्ग पर निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का जनप्रतिनिधियों ने डीएम के साथ निरीक्षण किया। निर्देश दिए गये कि निर्माण एमसीआई के मानक अनुसार कराया जाए। कॉलेज में पौधारोपण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। कई वार्डों में छत से पानी टपकता देखकर निर्माण कार्य संस्था के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई गई, साथ ही एक सप्ताह में सुधारने के निर्देश दिए गये। निर्माण कार्य की गति बढ़ाकर जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने को भी कहा गया।
बुधवार को यूपी स्टेट कंस्ट्रक्शन एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन के अध्यक्ष व राज्यमंत्री वीएल वर्मा, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, शेखूपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य और जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने डायट परिसर में यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लि. निर्माण इकाई- 6 बरेली द्वारा बनाये जा रहे सांस्कृतिक विभाग के ऑडिटोरियम/प्रेक्षागृह का निर्माण तथा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम इकाई- 2 बरेली द्वारा बनाये जा रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। राज्यमंत्री ने निर्माण की गति धीरे पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सहायक अभियंता फकीर चंद्र को निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण की गति बढ़ाकर कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करें।
उन्होंने मेडीकल कॉलेज में ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, माइनर ओपीडी एवं ऑपरेशन वार्ड का निरीक्षण किया। एडमिट मरीजों से हाल-चाल पूछा कि किसी प्रकार का कोई पैसा तो नहीं लिया जा रहा तो, मरीजों ने कहा कि कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। पंजीकरण के संबंध में जानकारी ली तो, बताया गया कि लगभग 2500 मरीज प्रतिदिन आते हैं। डॉक्टर्स समय से ड्यूटी पर न आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. आरपी सिंह को निर्देश दिए कि डॉक्टर समय से उपस्थित होकर मरीजों का इलाज करें। ऑडिटोरियम निर्माण के कार्य में तेजी लाकर समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। टाइल्स अच्छी क्वालिटी के न लगने पर कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि निर्माण कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार गुणवत्ता पूर्वक किया जाए। उन्होंने कहा कि टाइल्स और फिनिसिंग का कार्य साथ में होता रहे।
राज्यमंत्री ने कार्यदाई संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एमसीआई के मानक अनुसार एक-एक काम पूर्ण करें। इसके लिए लेबर तथा कार्य की गति बढ़ाएं। कुछ वार्डों में बरसात का पानी छत से टपकते हुए देखकर राज्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि कार्य गुणवत्ता पूर्वक होना चाहिए। समस्त कमियां एक सप्ताह के अंदर दूर की जायें। उन्होंने कहा कि अभी तक बढ़िया सुधार आया नहीं है। बाहर कैंम्पस में पौधारोपण सही ढंग से कराएं। मेडीकल कॉलेज का बाहरी पोर्शन पहले तैयार किया जाए। टावरों का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण होना चाहिए। एमसीआई के अनुसार बिल्डिंग का निर्माण कार्य किया जाए।
जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि शासन से 52 करोड़ 72 लाख रुपए मिल चुके हैं, फिर भी शौचालय चालू क्यों नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि लेबर स्टाफ बढ़ाकर कार्य तेज गति से होना चाहिए, एक सप्ताह के बाद दोबारा फिर निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य ज्यादा फैलायें न, जो कार्य करें, उसे पूर्ण करने के बाद ही दूसरा कार्य करें। उन्होंने कहा निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। निर्माण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होना चाहिए।
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