बदायूं जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में पुलिस हिरासत में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज ने पहली मंजिल से कूदकर जान दे दी। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है, वहीं प्रशासन का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज मेडिकल कॉलेज से भागने का प्रयास कर था।
फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के गांव राजा की सीकरी के रहने वाले 52 साल के नरेश शर्मा को फैजगंज पुलिस ने 7 सितम्बर को यौन उत्पीड़न के आरोपी होने के चलते गिरफ्तार किया था। नरेश का कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसमें नरेश कोरोना पॉजिटिव निकले तो, उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। नरेश ने पहली मंजिल से कूद कर जान दे दी। नरेश की मौत की सूचना पर मेडिकल कॉलेज पहुंचे परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ पर गम्भीर आरोप लगाए हैं।
परिजनों का आरोप है कि नरेश को पुलिस ने फर्जी मुकदमा में गिरफ्तार कर राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती नरेश की मौत कल ही हो गई थी लेकिन, मेडिकल कॉलेज के स्टाफ ने घर वालों को आज साधारण मौत की सूचना दी। घर वालों का आरोप हैं कि नरेश ने खुद जान नहीं दी, उनकी मौत साजिश के तहत हुई है।
उक्त प्रकरण में डीएम कुमार प्रशांत का कहना है कि पुलिस नरेश शर्मा नाम के व्यक्ति को जुडिशियल कस्टडी में लेकर आई थी, जिनका इलाज राजकीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। कल नरेश चादर लेकर बाथरूम में गए थे लेकिन, काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो, वहां मौजूद पुलिस कर्मियों में देखा, नरेश छत से कूदकर भागने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान वह छत से नीचे गिर गया, जिससे वह घायल हो गया, इलाज के दौरान मौत हो गई। नरेश के सिर में गम्भीर चोट लगी थी। मौत हृदय आघात से हुई है।
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