बदायूं जिले की पुलिस वो सब करती रहती है, जो और कहीं होने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। विवादित भ्रष्ट सिपाही को जिले से बाहर फेंक दिया गया है। अब एक और कारनामा सामने आया है। पुलिस ने 10 वर्ष के बच्चे को मुचलकों में पाबंद कर दिया। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को प्रकरण की जांच सौंपी है।
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उल्लेखनीय है कि थाना फैजगंज बेहटा में तैनात विवादित हेड कांस्टेबिल सुरेश कुमार को पुनः तैनात कर दिया गया था। सुरेश कुमार का एक ऑडियो सामने आया था, जिसमें वह खुल कर पांच हजार रूपये मांगता नजर आ रहा है। प्रकरण गाँव तर्क परौली में स्थित जमीन के बैनामे का है, जिसकी जाँच करने के नाम पर सुरेश कुमार एक पक्ष को डरा-धमका रहा था, जिसको लेकर मिथुन शर्मा नाम के व्यक्ति ने बात की तो, उससे पांच हजार रूपये दिलाने की बात कहने लगा।
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उक्त ऑडियो के आधार पर गौतम संदेश ने खबर प्रकाशित की तो, दो सप्ताह बाद भी अफसरों ने भ्रष्ट हेड कांस्टेबिल के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। हेड कांस्टेबिल क्षेत्र में और दबंगई दिखाने लगा और कहने लगा कि उसका कोई कुछ नहीं कर सकता, जिसके बाद गौतम संदेश ने पुनः खबर प्रकाशित की तो, सुरेश का जिला पीलीभीत को तबादला कर दिया गया।
उधर सिविल लाइन थाना पुलिस ने नया गुल खिला दिया है। पुलिस ने एक जमीनी विवाद को लेकर 10 वर्ष के बच्चे को मुचलकों में पाबंद कर दिया, इससे स्पष्ट है कि पुलिस दूसरे पक्ष के दबाव में कार्य रही है। बच्चे की उम्र पुलिस ने 25 वर्ष दर्शाई है। प्रकरण डीएम दिनेश कुमार सिंह के संज्ञान में पहुंचा तो, उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को जाँच सौंप दी। जाँच के बाद दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का दावा किया जा रहा है।
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