बदायूं जिले के गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी है। तेजतर्रार जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने यदु सुगर मिल पर शिकंजा कस दिया है। माफियाओं और दलालों का हस्तक्षेप समाप्त करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने अफसरों की ड्यूटी लगा दी है, जो चीनी मिल पर 8-8 घंटे तैनात रहेंगे, उनके साथ किसान भी निगरानी कर सकते हैं।
यदु सुगर मिल की पेराई की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान खुलासा हुआ कि यदु सुगर मिल द्वारा इंडेट कम मात्रा में जारी किया जा रहा है। लगभग 37000 कुंतल की पर्चियां ही प्रतिदिन जारी हो रही हैं, जबकि मिल की क्षमता 70000 कुंतल प्रतिदिन की है। जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जिला गन्ना अधिकारी व चीनी मिल के प्रबंधन को निर्देशित किया कि प्रतिदिन 60,000 कुंतल से अधिक की पर्ची व इंडेट जारी करें, साथ ही जिलाधिकारी ने चीनी मिल पर अफसरों की ड्यूटी लगा दी, जो 8-8 घंटे तैनात रहेंगे।
ड्यूटी पर तैनात रहने वाले अफसरों को आदेश दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि चीनी मिल द्वारा किसी माफिया, दलाल या, बाहरी व्यक्ति का बिना पर्ची का गन्ना न लिया जाए। अफसरों पर अंकुश लगाने और व्यवस्था को पारदर्शी बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी ने किसानों से अपेक्षा की है कि वह चाहें तो, चीनी मिल पर तैनात रहने वाले अफसरों के साथ रह कर स्वयं भी निगरानी कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने बिसौली के उप-जिलाधिकारी को लगातार परीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि वे दलाल और माफियाओं का गन्ना चीनी मिल में न बिकने दें, साथ ही वास्तविक कृषकों का ही गन्ना बिकने की व्यवस्था करें। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, इस सबके बावजूद दलालों, माफियाओं और बाहरी लोगों का गन्ना बिकता दिखे तो, कोई भी जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को गोपनीय सूचना दे कर पकड़वा सकता है।
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