बदायूं जिले में स्वास्थ्य विभाग के हालात दयनीय हैं। स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही और भ्रष्टाचार चरम पर है। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत जगत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सबसे कम लाभार्थियों का भुगतान होने पर तथा बिना अनुमति के अवकाश पर जाने पर डीएम ने डॉ. पवन कुमार एवं उसावां स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. केके को निलंबन के निर्देश दिए हैं। आसफपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा, स्टाफ नर्स ज्योति एवं बिसौली में तैनात स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला अधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ समिति की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की प्रगति रिपोर्ट संतोषजनक न पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त चिकित्सकों को कड़े निर्देश दिए कि सीएचसी तथा पीएचसी पर ही रुककर गरीबों लोगों का इलाज करें, जिससे गरीब लोग झोलाछाप डॉक्टरों से बच सकें। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- उसावां के डॉ. केके मीटिंग में नहीं आये, डीएम ने एसएचओ उसावां को फोन पर वार्ता कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तत्काल भेजकर निरीक्षण करने भेजा तो, वे उपस्थित नहीं मिले और पता करने पर बताया गया कि स्वास्थ्य केंद्र मुख्यालय पर नहीं रुकते हैं। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि जो आशाएं गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने का कार्य कर रही हैं, ऐसी आशाओं तथा जो स्टाफ नर्सें बिना सोचे समझे प्राइवेट अस्पतालों को रेफर कर देती हैं, उन्हें चिन्हित कर उनकी सेवा समाप्त कर दी जाए। गर्भवती महिलाओं का प्रसव होने के बाद तत्काल उनके खाते में धनराशि भेजी जाए।
डीएम ने बैठक में अनुपस्थित डॉक्टरों का स्पष्टीकरण लेने के लिए निर्देश दिए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अस्पताल का प्रतिदिन निरीक्षण करें तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधूरे कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति बराबर रहे।
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को निर्देश दिए कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों की साफ-सफाई एवं रंगाई-पुताई 10 दिनों के अंदर करना सुनिश्चित कराएं। सभी अस्पतालों में कुत्ता काटने की दवा उपलब्ध रहे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रमेश चंद्र, डॉ. मंजीत सिंह, डॉ. अनिल कुमार शर्मा, डॉ. कौशल गुप्ता, डॉ. गुंजन सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)