बदायूं जिले के हालात बेहद दयनीय नजर आ रहे हैं। अफसर जमकर मनमानी करते नजर आ रहे हैं। जिसके मन में जो आ रहा है, वह वैसे ही कार्य कर रहा है। नियम-कानून और निर्देशों का यहाँ कोई मायने नहीं हैं। जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद नियम विरुद्ध तरीके से डीआरडीए के पीडी सफाई कर्मचारियों को कार्यमुक्त नहीं कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने सार्वजनिक से निर्देश दिए थे कि सफाई कर्मचारी तत्काल प्रभाव से तैनाती स्थल पर जाकर योगदान दें एवं सफाई कार्य के बाद बच्चों को स्कूल पहुँचाने में सहयोग करें। जिलाधिकारी के निर्देशों के बारे में जानकर कर जिले भर के ग्रामीण झूम उठे थे कि अब गांवों में भी नियमित सफाई होने लगेगी पर, दुःख की बात यह है कि जिलाधिकारी के निर्देश को उनके अधीनस्थ ही मानने को तैयार नहीं हैं।
नियमानुसार सफाई कर्मियों को संबद्ध नहीं किया जा सकता, इसके बावजूद सफाई कर्मियों को संबद्ध किया जाता रहा है। जिलाधिकारी ने अलग से निर्देश दे दिया, इसके बावजूद सफाई कर्मियों को तैनाती स्थल पर रवाना नहीं किया जा रहा है। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक के कार्यालय और आवास पर चार सफाई कर्मी संबद्ध हैं, उन्होंने कर्मियों को अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया है, साथ ही चारों सफाई कर्मियों को उपस्थिति प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया है। अब देखते हैं कि जिलाधिकारी पीडी के विरुद्ध क्या कार्रवाई करते हैं।
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