बदायूं से जिलाधिकारी अनीता श्रीवास्तव का तबादला होने के बाद जिलाधिकारी के रूप में दिनेश कुमार सिंह आये, तो हर किसी ने हर्ष व्यक्त किया, लेकिन दिनेश कुमार सिंह आते ही स्थानीय नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गये, जिससे अन्य कार्यों को अधिक समय नहीं दे पाये, पर अब चुनाव निपट गये हैं। शुक्रवार को ही वे फुल फॉर्म में आ गये और जिले भर में तहलका मचा दिया।
शुक्रवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने नगर क्षेत्र के चार परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। डीएम सर्व प्रथम पुलिस लाइन स्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय पहुँचे। बच्चों को आदर्श एवं स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए उनसे दिनचर्या एवं सफाई व्यवस्था से सम्बंधित कई सवाल पूछे। बच्चों को प्रतिदिन स्वच्छ रहने, शौचालय की सफाई, घर के बड़े सदस्यों के पैर छूने सहित बच्चों की दैनिक क्रियाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी ली। उन्होंने कक्षा दो के छात्र आकाश के घर मोबाइल पर वार्ता कर पैर छूने की सत्यता की जानकारी ली, तो उसकी माँ ने बताया कि उसका बेटा उसके पैर छूने के साथ ही मकान मालिक के भी प्रतिदिन पैर छूता है। डीएम ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बच्चे को शाबाशी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। दूसरे बच्चों से भी इसी प्रकार नैतिक कार्य करने को कहा।
डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में सूचना पट पर अध्यापकों तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति प्रतिदिन दर्ज कराई जाए, जिससे आने वाले किसी भी व्यक्ति को एक ही नज़र में जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षक पांच-पांच बच्चों के घर जाकर उनकी दैनिक क्रियाओं, शिक्षण कार्य, साफ-सफाई, शौचालय की सफाई एवं मौहल्ले की सफाई के सम्बंध में जानकारी हासिल कर उन्हें अवगत कराएं। पुलिस लाइन स्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में 101 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष 34 बच्चे, डायट स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 25 बच्चों के सापेक्ष 10, प्राथमिक विद्यालय में 68 के सापेक्ष 13 बच्चे तथा मोहल्ला पटियाली सराय स्थित प्राथमिक विद्यालय में 108 के सापेक्ष 49 बच्चे हाजिर थे। इस विद्यालय की कक्षा में प्रकाश व्यवस्था की कमी पाए जाने पर डीएम ने सुधार लाने के निर्देश दिए। यहां रसोई घर बनाने के लिए धनराशि दी गई थी, परन्तु रसोई घर का निर्माण अपूर्ण पाया गया। डीएम ने बीएसए को निर्देश दिए कि जांच कर अवगत कराया जाए। जाड़े के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए डीएम ने सभी बच्चों को स्वेटर पहन के आने के निर्देश दिए।
ईओ को कारण बताओ नोटिस जारी
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह मोहल्ला पटियाली सराय स्थित प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुँचे, तो विद्यालय के बाहर रोड पर कूड़ा पड़ा हुआ था और गंदा पानी भी जमा था। यह देखते ही डीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने कहा कि अपरान्ह एक बजे तक कूड़ा क्यों नहीं उठाया गया। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद बदायूँ को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि वह दो घंटे से शहर में ही घूम रहे हैं, कई और स्थानों पर भी कूड़े के ढेर देखे गए हैं। नगर पालिका की इस लचर व्यवस्था पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की है। यह भी बता दें कि ईओ मनमानी करने के लिए पहले दिन से ही कुख्यात है।
सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट, तम्बाकू का प्रयोग प्रतिबंधित
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत कार्यालयों, अस्पतालों, विद्यालयों, थानों एवं पुलिस चौकियों सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सिगरेट और अन्य प्रकार के तम्बाकू सेवन का प्रयोग प्रतिबंधित है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में सिगरेट और अन्य तम्बाकू अधिनियम- 2003 के अनुपालन हेतु बैठक आयोजित हुई। डीएम ने निर्देश दिए कि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी इसका सेवन करेगा, तो उसके वेतन से जुर्माना काटा जाएगा। स्कूल-काॅलेज के 100 मीटर के भीतर गुटका एवं सिगरेट की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय के मुख्य द्वार पर ही धुम्रपान एवं तम्बाकू निषेध का साइनबोर्ड लगाएं। डीएम ने अधिनियम का अक्षरशः अनुपालन कराने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा मुख्य खाद्य निरीक्षक को सदस्य के रूप में नामित किया है।
तम्बाकू उत्पादक ईकाई निर्धारित प्रारुप पर चेतावनी प्रदर्शित नहीं करती है, तो प्रथम बार अपराध पर दो वर्ष की सजा अथवा पांच हजार रुपए जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। दूसरी बार अपराध करने पर पांच वर्ष की सजा अथवा दस हजार रुपए जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। तम्बाकू उत्पादों से मुँह व फेफड़ों के कैंसर की संभावना बढ़ जाती है तथा श्वांस सम्बंधी रोग हो जाते हैं। तम्बाकू उपयोग से हार्ट अटैक की संभावना बनी रहती है।
पुरुष नसबंदी परिवार नियोजन का बेहतर उपाय है
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 नवम्बर से 04 दिसम्बर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि पुरुष नसबंदी परिवार नियोजन का स्थाई तरीका है। व्यक्ति को इसका फैसला भली-भांति सोच-समझकर ही लेना चाहिए। पुरुष नसबंदी के सम्बंध में भ्रांति है कि इससे पौरुष शक्ति में कमी आती है, जबकि सत्यता यह है कि इससे पुरुष के स्वास्थ्य, कार्यक्षमता तथा पौरुष शक्ति में कोई भी कमी नहीं आती। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेन्द्र सिंह, एसपी आरए सुरेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. नेमी चन्द्रा, सिटी मजिस्ट्रेट राजकुमार द्विवेदी, समस्त उप जिलाधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी मौजूद रहे।
शनिवार को बंद रहेंगी पशु वधशालाएं एवं की दुकानें
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने 25 नवम्बर को समस्त स्थानीय निकायों में स्थित पशु वधशालाओं एवं मीट की दुकानों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार साधु टीएल वासवानी के जन्मदिन को मांस रहित दिवस घोषित किया गया है। प्रदेश के महापुरुषों एवं अहिंसा के सिद्धांत का प्रतिपालन करने वाले विभिन्न युग पुरुषों के जन्म दिवसों एवं कुछ प्रमुख धार्मिक पर्वाें को ‘‘अभय’’ अथवा ‘‘अहिंसा’’ दिवस के रूप में मनाने हेतु महावीर जयन्ती, बुद्ध जयन्ती, गांधी जयन्ती, शिवरात्रि महापर्व पर भी समस्त स्थानीय निकायों में स्थित पशु वधशालाएं एवं मीट की दुकानें बंद रहेंगी।
ईओ निकायों में बनवाएं अस्थाई आश्रय आवास
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जाड़े को दृष्टिगत रखते हुए निकाय क्षेत्रों में बेघर लोगों के लिए अस्थाई आश्रय आवास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में डीएम ने पीओ डूडा एवं अधिशासी अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने गरीबों के लिए जाड़े के मौसम में व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान पीओ डूडा ने डीएम को अवगत कराया कि नगर पालिका परिषद बदायूँ में स्थाई शेल्टर होम का निर्माण किया जा रहा है। डीएम ने निर्धारित मानक के अनुसार नगर पालिका परिषद उझानी एवं सहसवान में भी स्थाई शेल्टर होम के निर्माण के लिए भूमि का चयन करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि अस्थाई शेल्टर होम में तखत, रजाई, गद्दे, पानी, वर्तन एवं रसोई तथा शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेन्द्र सिंह सहित समस्त अधिशासी अधिकारी मौजूद रहे।
छापामार कार्रवाई में उवर्रक की 12 दुकानें निलंबित
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के निर्देशानुसार जनपद की पांचों तहसीलों में स्थित उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों पर अलग-अलग टीमों ने छापामारी की, जिसमें 97 दुकानें चेक की गईं, उर्वरक के 36 नमूने ग्रहित किये गये और 12 दुकानें निलंबित की गईं हैं।
जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी ने तहसील सदर के लिए नगर मजिस्ट्रेट राजकुमार द्विवेदी, भूमि संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र पाल सिंह, खण्ड विकास अधिकारी सालारपुर सच्चिदानन्द प्रसाद तथा तहसील बिसौली के लिए उप जिलाधिकारी मोहम्मद अवेश, उप परियोजना निदेशक प्रमोद कुमार, विषय वस्तु विशेषज्ञ धीरज पाल सिंह राना, दातागंज के लिए उप जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी भीमसेन, खण्ड विकास अधिकारी दातागंज अवध प्रताप सिंह, तहसील बिल्सी के उप जिलाधिकारी लाल बहादुर, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार, विषय वस्तु विशेषज्ञ थान सिह तथा तहसील सहसवान में छापामारी के लिए तहसीलदार सहसवान राधेश्याम शर्मा, जिला कृषि अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी सहसवान गोपाल कुशवाह की टीमें गठित कर जनपद के समस्त तहसीलों में स्थित उर्वरक विक्रेताओं की निजी, थोक फुटकर बफर गोदामों एवं शीर्ष संस्थाओं के प्रतिष्ठानों पर छापमारी की गई। छापे के दौरान कुल 97 दुकानें चेक की गईं और उर्वरक के 36 नमूने लिए गये, 12 दुकानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। छापामारी में मै0 नेपाल खाद भण्डार, ओरछी चौराहा, मै0 कैलाशनाथ देवेशनाथ, ओरछी चौराहा, मै0 हनुमान खाद भण्डार बिसौली, मै0 जय अम्बे खाद भण्डार, बिल्सी, मै0 बी0एस0 फर्टिलाइजर बदायूँ, मै0 प्रियंका यादव खाद भण्डार सहसवान, मै0 किशनलाल खाद भण्डार सहसवान, मै0 प्रकाश बीज भण्डार सहसवान, मै0 विमल खाद भण्डार उस्मानपुर, मै0 माहेश्वरी ट्रेडर्स उस्मानपुर, मै0 दिनेश खाद भण्डार उस्मानपुर, मै0 संजय खाद भण्डार दहगवां आदि दुकानों के लाईसेन्स निलंबित किये गये हैं।
सतेन्द्र कुमार सक्सेना के निलम्बन के आदेश
बिना अवकाश के आठ अक्टूबर से नदारद जिला विकास अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ सहायक सतेन्द्र कुमार सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने हेतु मुख्य विकास अधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिए हैं। उक्त वरिष्ठ सहायक सतेन्द्र कुमार सक्सेना के पटल पर मुख्यमंत्री, आईजीआरएस संदर्भ, जन शिकायत, मंडलायुक्त, शासन आयोग के संदर्भाें का कार्य था। लम्बे समय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने तथा अलमारी की चाबी भी किसी कर्मचारी को न देने के कारण शासकीय कार्य बाधित हो रहा था। कार्य में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने, कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने के कारण सीडीओ ने जिला विकास अधिकारी को निर्देेश दिए कि दोषी कर्मचारी को तत्काल निलंबित कर दो दिन के अन्दर कृृत कार्यवाही से उन्हें अवगत कराया जाए। अलमारी का ताला तोड़ने तथा पटल का समस्त चार्ज जेड.ए. सिद्दीकी, उर्दू अनुवादक-प्रधान सहायक को उपलब्ध कराने हेतु तीन सदस्यीय टीम का अध्यक्ष मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को नामित किया गया है।
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