बदायूं जिला अस्पताल में रविवार को एक युवक ने बरामदे में ही तड़पते हुए दम तोड़ दिया था। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने स्टाफ नर्स और बार्ड ब्यॉय को निलंबित कर दिया है। प्रकरण में यह भी खुलासा हुआ है कि मृतक किसी और जाति का था, उसने जिसको पत्नी, बेटा, साढू और दामाद बताते हुए आरोप लगाये हैं, वह और जाति के हैं।
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उल्लेखनीय है कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गाँव जहानाबाद निवासी टैंपो चालक तारा सिंह की विषाक्त पदार्थ खाने से रविवार को मृत्यु हो गई थी, उसकी जेब से एक तहरीर बरामद हुई थी, जिसमें आरोप है कि 23 जून को कुछ मेहमान आ गये थे, जिन्हें नाश्ता बनाने को पत्नी से कहा, इस पर पत्नी ने भला-बुरा कहना शुरू कर दिया कि कमाते हो नहीं और आदेश देते रहते हो, जिसका मृतक ने विरोध किया तो, पत्नी, बेटे, दामाद और साढ़ू ने मिल कर मृतक को पीटा एवं बंधक भी बना लिया।
तहरीर में लिखा है कि मृतक अगले दिन शौच का बहाना कर घर से बाहर आ गया और फिर पुलिस को अपने साथ हुई वारदात की तहरीर दी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे तारा सिंह ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। जिला अस्पताल में मृतक गंभीर हालत में पहुंचा पर, उसके साथ लापरवाही बरती गई, जिससे उसने बरामदे में तड़पते हुए दम तोड़ दिया था।
मुख्य चिकित्साधिकारी बीबी पुष्कर ने लापरवाही बरतने को लेकर स्टाफ नर्स विजय लक्ष्मी और वार्ड ब्यॉय शोयब को निलंबित कर दिया एवं दोनों की जाँच बैठा दी। मृतक के साथ ही लापरवाही को लेकर अस्पताल के स्टाफ की हर कोई निंदा करता नजर आ रहा है। पुलिस को मृतक के परिजनों की ओर अभी तक तहरीर नहीं मिली है।
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