बदायूं जिले के कई उप-निरीक्षकों के पुलिस उप-महानिरीक्षक- बरेली राजेश कुमार पांडेय द्वारा गैर जनपदों में तबादले किये गये थे। तबादला आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होना था लेकिन, एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद संबंधित उप-निरीक्षकों को रिलीव नहीं किया गया है। तबादला पर जाना निश्चित है, जिससे तमाम उप-निरीक्षक खुल कर मनमानी करते नजर आ रहे हैं और आम जनता के स्वाभिमान से खेलते दिखाई दे रहे हैं।
बरेली परिक्षेत्र के तेजतर्रार और ईमानदार पुलिस उप-महानिरीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने 18 दिसंबर को एक आदेश जारी किया था, जिसमें 92वें उप-निरीक्षकों को इधर-उधर किया गया था। बदायूं जिले के भी 18 उप-निरीक्षक प्रभावित हुए थे, जिनमें कई थाना प्रभारी हैं। आदेश के अनुसार अजय पाल सिंह, अमित कुमार, हर सिंह पाल, देशराज सिंह, जितेन्द्र कुमार, इतेश तोमर, प्रयागराज सिंह, विनय पाल सिंह, यशपाल सिंह आर्या, राजीव सिंह राठी, राजीव कुमार, सुखवीर सिंह और इन्द्रेश कुमार का जनपद बरेली के लिए तबादला हुआ है। सुखपाल सिंह, नासिर अली, छोटेलाल गौड़, राकेश कुमार और देवेन्द्र सिंह का तबादला शाहजहाँपुर जनपद के लिए किया गया है।
तमाम उप-निरीक्षक राजनैतिक पहुंच के बल पर तबादला आदेश बदलवाना चाहते हैं, जो डीआईजी के चलते संभव नहीं है, वहीं मनमानी करने के लिए बदायूं की पुलिस पहले से ही चर्चित है, ऐसे में रिलीव न होने वाले कई उप-निरीक्षक और भी ज्यादा मनमानी करते नजर आ रहे हैं। तमाम स्थानों से शिकायतें आ रही हैं कि पुलिस असामाजिक तत्वों के साथ नाश्ता और भोजन कर रही है, उन्हें थाने में बैठा रही है, उनके घर जा रही है और सभ्रांत लोगों को धमका रही है। जब पता है कि तबादले पर जाना ही है तो, उप-निरीक्षकों का स्वभाव और व्यवहार बदल जाना स्वभाविक ही है।पंचायत चुनाव के वातावरण में मनमानी करने वाले उप-निरीक्षक किसी का निरर्थक ही बड़ा नुकसान कर सकते हैं, यह उप-निरीक्षक किसी सभ्रांत व्यक्ति का जीवन बर्बाद करें, उससे पहले इन्हें रिलीव कर देना चाहिए।
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