प्रधानमंत्री महिला सशक्तिकरण के लिये लगातार काम कर रहे हैं: बीएल वर्मा

प्रधानमंत्री महिला सशक्तिकरण के लिये लगातार काम कर रहे हैं: बीएल वर्मा

बदायूं के डायट स्थित ऑडिटोरियम में बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने फीता काटकर किया, इसके उपरांत उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन कर उन्हें सराहा। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।

माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वाली प्रथम महिला दिव्यांग पर्वतारोही पदम श्री डॉ. अरुणिमा सिन्हा, राष्ट्रीय हिंदी साहित्यकार श्रुति कुशवाहा, ब्रांड एम्बेस्डर मिशन शक्ति उत्तर प्रदेश एवं राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित शिक्षक डॉ. स्नेहिल पांडेय व राष्ट्रीय एथलेटिक्स एवं जुडो खिलाड़ी गुलशन हसन को पौधा देकर स्वागत किया गया, इन महिला अतिथियों ने अपने जीवन के संघर्ष को साझा किया एवं छात्राओं की जिज्ञासा को शांत किया, इसके उपरांत मेघावी छात्राओं को सम्मानित किया गया। लखनऊ के कलाकारों द्वारा नाटक का मंचन किया गया। वुमेनिया बैंड द्वारा अपनी शानदार प्रस्तुति दी गई। नूरजहां की पेंटिग की सराहना करते हुये उन्हें भी सम्मानित किया गया।

केन्द्रीय राज्य बीएल वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री महिला सशक्तिकरण के लिये लगातार काम कर रहे हैं। पहले और अब महिला सशक्तिकरण में जमीन आसमान का अंतर आया है। आज दस करोड़ से भी ज्यादा महिलायें स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। जो महिलायें घर में घूंघट में रहती थीं, जिन्होंने घर के दरवाजे के अलावा कुछ देखा नहीं था लेकिन, आज वह अपने पैरों पर खड़ी हुई हैं। वह अपने परिवार का भरण पोषण एवं बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्चा स्वयं उठाती हैं। इतना ही नहीं व्यापारिक क्षेत्र में भी उनका योगदान बढ़-चढ़कर हो रहा है। न जाने कितनी ऐसी महिलायें हैं, जो व्यापार, राजनैतिक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर इस देश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। प्रधानमंत्री ने दस वर्षाें में एक करोड़ से ज्यादा महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का काम किया है। बेटियां आधुनिक हथियारों से लैस होकर देश की सीमाओं पर सुरक्षा करने का काम कर रही हैं। लड़ाकू विमान उड़ाने से लेकर वंदे भारत ट्रेन चलाने तक महिलायें बढ़-चढ़कर काम करती है। बेटियां बेटों से कम नहीं है, वह जमाना चला गया जब बेटियां और बेटों में भेद-भाव रहता था। बेटियां नसीब वालों को ही मिलती हैं, इसलिये खूब पढ़ो और देश का नाम रोशन करो।

जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सफलताओं के झंडे गाढ़े हैं, उसके बावजूद भी हमें भ्रूण हत्या की शिकायतें मिल जाती हैं, इन्ही सब चीजों से हमें ऊपर उठना है। समाज में सामान्य सोच है कि लड़कियों को यह करना है, यह नहीं करना है। यह काम लड़के करेंगे, यह काम लड़कियां नहीं करेंगी, उस सोच से जो बाधा आती है, उस सोच को दूर करने का उद्देश्य, इस योजना के माध्यम से किया जा रहा है, इसी लैंगिक भेद-भाव को दूर करने के लिये बालिकाओं को उनका महत्व दिलवाने के लिये, उनके अधिकारों एवं उनके अवसरों को सुनिश्चित करने के लिये, जो समाज में एक बदलाव लाना है, उसी के लिये, इस कार्यक्रम को लांच किया गया था, इसके बड़े सकारात्मक परिणाम भी सामने आयें हैं। लिंग अनुपात 2014-15 में 918 था, वह बढ़कर 2023-24 में 930 हो गया है, जो इस योजना की सफलता को कुछ हद तक दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हमारा समाज, ऐसा बने, जिसमें चाहे लड़कियां हों या, लड़के हों, सभी लोग सिर उठा कर चलें, सही तरीके से अपना जीवन जी पायें।

इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री एवं विधायक महेश चंद्र गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) डॉ. वैभव शर्मा, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अरुण कुमार, जिला राजस्व अधिकारी प्रवर्धन शर्मा, एसडीएम कल्पना जायसवाल एवं नम्रता सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार, जिला संरक्षण अधिकारी रवि कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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