किसान पाठशाला में विधायक, डीएम और वैज्ञानिकों ने दिए टिप्स

किसान पाठशाला में विधायक, डीएम और वैज्ञानिकों ने दिए टिप्स

बदायूं के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार की मंशा के अनुरूप प्रशासन निरन्तर प्रयास कर रहा है, इसी क्रम में तकनीकी खेती से ज्यादा लाभ कमाने का अवसर किसानों को प्रदान दिया जा रहा है। शिक्षित युवाओं को मुद्रा लोन देकर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों को मृदा परीक्षण कार्ड के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है। कृषक प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ उठाने का सुझाव दिया जा रहा है, अच्छे नस्ल का पशुपालन करने को कहा जा रहा है।

शुक्रवार को तहसील बिनावर में किसान पाठशाला का सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता एवं ब्रजपांत के उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सक्सेना के साथ डीएम ने फीता काटकर उद्घाटन किया तथा उर्वरक विक्रेता की दुकान पर पीओएस मशीन के माध्यम से किसानों को उवर्रक वितरित कराया। जिलाधिकारी के आदेश पर खाद के लिए कंट्रोल नम्बर 05832-268978 भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि समस्त समस्याओं के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क किया जा सकता है।

विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे किसान तक पहुँचाया जाएगा। प्रधानमंत्री का सपना है कि प्रत्येक गरीब के सर पर छत हो और उसे बिजली मुहैय्या कराई जाए। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किसान पाठशाला से उनको तकनीकी ज्ञान देकर सपना साकार होगा। उन्होंने कहा किसान पाठशाला में वैज्ञानिकों द्वारा जो तकनीकी खेती के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने में बैंक उनके साथ कांधे से कांधा मिलाकर काम करेगी। कृषक कम खर्चे में ज्यादा उपज प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है, जब तक किसान सुखी नहीं होगा, तब तक देश में खुशहाली नही आएगी।

जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि किसान खेती के साथ पशुपालन भी करें, इसमें सरकार अनुदान भी दे रही है, इसका लाभ देकर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। शासन द्वारा चलाई जा रही समस्त योजनाएं बिना भेदभाव के सभी लोगों तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान पाठशाला में किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा जानकारी देकर आत्मनिर्भर बनाना है। किसान मृदा परीक्षण कार्ड के अनुसार ही उर्वरकों का प्रयोग करें। कृषकों की कम लागत मे ज्यादा उपज होगी। उन्होंने किसानों से कहा कि खरीद की रसीद अवश्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि खरीद की रसीद न देने वाले दुकानदारों की तत्काल शिकायत करें। किसान ओटीएस के माध्यम से अपने पुराने ऋण में सहूलतों का लाभ पा सकते हैं। किसान अपनी फसलों के हिसाब के लिए अपनी एक डायरी बना लें, जिसे मेन्टेन करने से ज्ञात रहेगा कि कितना लाभ कमाया तथा कितना व्यय हुआ। इन तमाम प्रकार की जानकारियों को कृषक अपने रिश्तेदार एवं नजदीकी लोगों या अन्य कृषकों तक जरूर पहुँचाएं, बेहतर रहेगा कि इन सभी चर्चाओं को अलाव पर शुरू किया जाए।

एलडीएम श्याम पासवान ने जानकारी देते हुए बताया कि मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत बिना गारंटी के शिक्षित युवाओं को तीन प्रकार के लोन दिए जा रहे है। शिशु योजना में 50 हजार रुपए, किशोर में पचास हजार रुपए से पांच लाख तथा तरुण में पांच लाख रुपए से दस लाख रुपए तक बिना गारंटी के लोन दिए जाने का प्रावधान है। इससे शिक्षित बेरोजगार व्यक्ति अपना रोजगार चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि बैंक 54 प्रकार के लोन देती है। इसकी बुकलेट गांव के लोगों को दी जाएगी। किसान अन्य श्रेणियों में से कोई भी योजना चुनकर उसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। किसी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए खाते को आधार से लिंक कराना अति आवश्यक है। बिचौलिए के चक्कर में न पड़ें, सीधे बैंक प्रबंधक से मिले। इससे किसानों को बहुत ज्यादा लाभ पहुंचेगा। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान गोबर की खाद का प्रयोग करें, इसमें 92 प्रकार के तत्वों का मिश्रण है, जबकि फसल को केवल 16 तत्वों की आवश्यकता होती है। खेती के लिए किसान मानक के अनुसार ही बीजों का प्रयोग करें अधिक मात्रा में प्रयोग करना हानिकारक साबित हो सकता है। एक फरवरी से 389 दुकानों पर किसानों को आधार कार्ड, खतौनी, मृदा परीक्षण कार्ड तथा फोटोयुक्त पहचान पत्र के बिना कोई भी उर्वरक नहीं मिलेंगा। किसान गेहूं की सिंचाई 21 दिनों में करें। खरपतवार नाशक दवाई का प्रयोग 27 से 33 दिनों के अंदर प्रयोग करें।

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