बदायूं जिले में लगभग हर दिन ही दर्जन भर हादसे होते हैं। हादसों में लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, साथ ही दो से तीन लोग प्रतिदिन ही काल के गाल में समा जाते हैं। कुछेक हादसे गलत ड्राइविंग के कारण होते हैं लेकिन, कुछेक हादसे ठेकेदार, इंजीनियर वगैरह की गलतियों से भी होते हैं। स्वयं की गलती से होने वाले हादसों में स्वयं को तत्काल दंड मिल ही जाता है लेकिन, गलती कर रहे ठेकेदारों और इंजीनियरों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
सबसे पहले बात करते हैं दिल्ली हाइवे की। उझानी से जरीफनगर तक हाइवे बनाने का कार्य मेरठ की कृष्णा कन्स्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है, इसकी ओर से परियोजना निदेशक के रूप में आशिफ अली को तैनात किया गया है। आशिफ अली ने नियमों की धज्जियां उड़ा रखी हैं। हाइवे बेतरतीब तरीके से बनाया जा रहा है। कुछ निर्माण यहाँ कर दिया, कुछ निर्माण वहां कर दिया, जिससे चालक गाड़ी दौड़ाने लगते हैं लेकिन, अचानक से रोड खत्म हो जाता है, जिससे गाड़ियाँ हर दिन पलट रही हैं। नियमानुसार प्रत्येक स्थान पर डायवर्जन और रोड खराब होने के संकेत देने वाले बोर्ड लगने चाहिए पर, ऐसे संकेत कहीं नहीं लगाये गये हैं। रात में हालात बेहद भयावह हो जाते हैं।
उझानी कोतवाली क्षेत्र में दिल्ली की दिशा से आते समय फोर लेन का निर्माण हो चुका है लेकिन, गाँव कुढ़ा नरसिंहपुर के पास आते ही हाइवे थ्री लेन रह जाता है, शेष भाग बजरी का है, साथ ही आगे पत्थरों का ढेर पड़ा है, यहाँ कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है, जिससे हर रात दो-चार वाहन पत्थरों के ढेर पर चढ़ जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। परियोजना निदेशक आशिफ अली को जानकारी दी जा चुकी है। उझानी पुलिस भी बता चुकी है लेकिन, हठधर्मिता के चलते आशिफ अली बोर्ड नहीं लगवा रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि हाइवे बनाने की समय सीमा संभवतः निकल चुकी है, जिससे अब तेजतर्रार डीएम दीपा रंजन से ही आशा व्यक्त की जा रही है कि वे मेरठ की कृष्णा कन्स्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्टेड करायें और आम जनता की जान से लगातार खिलवाड़ कर रहे आशिफ अली पर मुकदमा दर्ज करवायें।
अब बात करते हैं बाई-पास की तो, यहाँ किसी भी चौराहे पर वाहन चालकों को संकेत देने संबंधी मानकों की पूर्ति नहीं की गई है, जिससे लगभग हर दिन ही हादसा होता है। बीती रात थाना सिविल लाइन क्षेत्र में मुरादाबाद-बिसौली रोड पर बने बाई-पास चौराहे पर ट्रक ने बाइक सवार तीन युवकों को रौंद दिया, जिससे श्रीओम दिवाकर पुत्र रामचरन निवासी गांव भदौड़ा जिला मुरादाबाद, मुकेश दिवाकर पुत्र हरिद्वारी, सुशील पुत्र मक्खनलाल निवासीगण गांव गुमथल थाना बनियाठेर जिला संभल की मौके पर ही मौत हो गई, इनकी मौत के भी जिम्मेदार ठेकेदार और इंजीनियर ही कहे जायेंगे, इसी तरह तमाम स्थानों पर मानकों के विरुद्ध ब्रेकर बना दिए गये हैं, जो हादसों का कारण बने हुए हैं, इस ओर भी डीएम दीपा रंजन को गंभीरता से न सिर्फ ध्यान देना होगा बल्कि, आम जनता की जान बचाने को हेतु त्वरित कार्रवाई भी करना होगी।
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