बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यशपाल सिंह हरकत में तो आ गये हैं लेकिन, लापरवाहों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। कोरोना वायरस की माहमारी के बावजूद अधिकांश डॉक्टर लापता नजर आ रहे हैं। डीएम कुमार प्रशांत को स्वयं मोर्चा संभालना होगा तभी, लापरवाहों में सुधार हो सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यशपाल सिंह ने बीती रात औचक निरीक्षण किया तो, वजीरगंज में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सा अधीक्षक ही गायब मिले, इसके बाद वे बिसौली और आसफपुर पहुंचे, यहाँ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। वजीरगंज के गायब चिकित्सा अधीक्षक के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कड़ी कार्रवाई न होने के कारण ही स्वास्थ्य विभाग के लापरवाहों में कोई सुधार नहीं होता।
उधर सूत्रों का कहना है कि कादरचौक क्षेत्र में पांच डॉक्टर तैनात हैं, जो बरेली, शाहजहाँपुर, गंजडुंडवारा में रहते हैं। कोरोना वायरस के चलते स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी विशेष ड्यूटी कर रहे हैं, उनकी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के साथ आम जनता भी प्रशंसा कर रही है लेकिन, लापरवाहों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। माहमारी के बावजूद एक भी डॉक्टर नहीं आ रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी का भय नहीं है, इसलिए डीएम कुमार प्रशांत को स्वयं मोर्चा संभालना होगा और लापरवाहों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करना होगी।
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