बदायूं जिले में सरकारी धन की लूट जमकर की जा रही है। ट्रैक्टर चालक के नाम से कुख्यात माफिया नगर निकायों के साथ स्वास्थ्य विभाग में भी जमकर डकैती डाल रहा है। गौतम संदेश द्वारा खुलासा करते ही कुख्यात माफिया सत्ताधारी नेताओं की शरण में पहुंच गया है लेकिन, इस बार तेजतर्रार डीएम और तेजतर्रार एडीएम (प्रशासन) के चलते सलाखों के पीछे जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर चालक के रूप में कुख्यात माफिया जिले भर की नगर निकायों में जमकर डकैती डाल रहा है। नगर निकायों के कई ईओ कुख्यात माफिया के चंगुल में फंसे रहते हैं, उनके सहारे लॉक डाउन के दौरान माफिया ने जमकर फर्जीवाड़ा किया है, इससे पहले कूड़ादान घोटाला भी कर चुका है, जिसको लेकर दातागंज के पालिकाध्यक्ष आकाश वर्मा स्वयं मोर्चा खोल चुके हैं। कूड़ेदान घोटाला तेजतर्रार अपर जिला अधिकारी (प्रशासन) ऋतु पुनिया के संज्ञान में पहुंच गया है, जिससे माना जा रहा है कि माफिया बच नहीं पायेगा।
उधर सूत्रों का कहना है कि कोविड- 19 की रोकथाम और बचाव को लेकर विधायकों ने निधि से स्वास्थ्य विभाग को रूपये दिए थे। सूत्रों का कहना है कि विधायक निधि से की गई खरीद फरोख्त में भी जमकर घोटाला किया गया है। सूत्रों का कहना है कि कुख्यात स्टोर इंचार्ज ने मिलीभगत से कुख्यात माफिया से मास्क और हाईप्रो क्लोराइड खरीदे हैं। सूत्रों का कहना है कि 3 रुपया 80 पैसा की कीमत वाला मास्क 9 रूपये में और 30 रुपया लीटर वाली हाईप्रो क्लोराइड 89 रूपये प्रति लीटर की दर से खरीदी गई है, इसकी भनक तेजतर्रार डीएम कुमार प्रशांत को लग गई तो, माना जा रहा है कि वे कुख्यात स्टोर इंचार्ज और कुख्यात माफिया को जेल भिजवा कर ही मानेंगे।
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