बदायूं जिले के नगर निकाय विभाग के साथ राजनैतिक जगत में भी शहंशाह अब्बास का नाम बड़ा चर्चित है। शहंशाह अब्बास की जिस ईओ से मित्रता होती है, वह ईओ भी कुछ ही दिनों ने छा जाता है लेकिन, संबंध खराब होते ही ईओ के दुर्दिन शुरू हो जाते हैं। मित्रता टूटने का हाल-फिलहाल दुष्परिणाम झेल रहे हैं ईओ त्रिवेंद्र कुमार।
जी हाँ, शहंशाह अब्बास के पिछले कई ईओ से संबंध खराब हुए तो, शहंशाह की नई जोड़ी ईओ त्रिवेंद्र कुमार के साथ बनी। मित्रता होते ही त्रिवेंद्र को कई नगर पंचायतों के साथ नियम विरुद्ध दातागंज नगर पालिका परिषद तक का कार्यभार मिल गया, इस बीच संबंधों में कड़वाहट आने लगी तो, त्रिवेंद्र कुमार ने ईओ की पॉवर का प्रयोग करना शुरू कर दिया। त्रिवेंद्र ने शहंशाह को नगर पंचायत फैजगंज बेहटा में ज्वाइन नहीं करने दिया, इस पर शहंशाह और त्रिवेंद्र के बीच दूरियां बढ़ती चली गईं।
शहंशाह के कोप के चलते त्रिवेंद्र सिमटने लगे। सबसे पहले दातागंज नगर पालिका परिषद से त्रिवेंद्र को उखाड़ दिया गया पर, हालात सुधरने की जगह और बिगड़ गये। त्रिवेंद्र भी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए तो, शहंशाह ने त्रिवेंद्र से फैजगंज बेहटा का कार्यभार भी हटवा दिया, यहाँ चिंता कुमार तिवारी को तैनात कर दिया है, उनके आते ही शहंशाह ने कार्यभार ग्रहण कर लिया।
इसी तरह त्रिवेंद्र के पास उसावां नगर पंचायत का भी कार्यभार है, यहाँ शासन ने चंद्रा कुमार को तैनात किया है, उनके आते ही त्रिवेंद्र से यहाँ का भी कार्यभार वापस ले लिया जायेगा, जिसके बाद त्रिवेंद्र के पास कुंवरगाँव नगर पंचायत ही बचेगी, इन दोनों की मित्रता नहीं हुई तो, त्रिवेंद्र को जिले से भी बाहर भेजा जा सकता है, इसके अलावा एक बाबू भी निशाने पर बताया जा रहा है, जिसके विरुद्ध उच्च स्तरीय जाँच बैठने वाली है।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)