बदायूं शहर के प्रमुख स्कूल ब्लूमिंगडेल के अध्यापक व अध्यापिकाओं ने बच्चों को परीक्षा में तनावमुक्त व सजग रहकर सफल होने के सूत्र दिये। परीक्षायें शुरू हो गई हैं। बच्चे परीक्षा के नाम से ही तनाव में आ जाते हैं, इसलिये बच्चों की सहज और स्वभाविक मानसिक अवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से गौतम संदेश अनुभवी शिक्षकों के विचार साझा कर रहा है।
ब्लूमिंगडेल स्कूल के गणित के अनुभवी शिक्षक प्रदीप बत्रा ने कहा के बच्चे यदि पिछले पाँच सालों के प्रश्न पत्र हल कर लें तो, अच्छे अंक ला सकते हैं, वहीं अंग्रेजी की शिक्षिका प्रतिमा मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष कक्षा- 10 का अंग्रेजी का परिणाम संतुलित रहा पर, इस बार बच्चों को उत्तम तरीके से जटिल प्रश्नों के उत्तर देने की कला भी सिखायी गई है।
विज्ञान की शिक्षिका दीक्षा शर्मा ने बताया कि बच्चों ने इस बार विज्ञान के लिये अच्छी तैयारी की है, डायग्राम को बनाना व उसकी लेबलिंग करना व हर समीकरण को ध्यान से हल करना ही सफल होने का सूत्र है। बिजनेस स्टडीज के शिक्षक अमनप्रीत सिंह ने बताया के बच्चों को हर स्तर से कठिन परिश्रम को प्रोत्साहित किया जा रहा है, समय-समय पर टेस्ट भी लिये जा रहे हैं और स्कूल में बच्चों को अभी भी निरंतर बुलाया जा रहा है, जिससे उनकी हर दुविधा दूर की जा सके।
अकाउंट्स के शिक्षक तरंग रस्तोगी ने पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न पत्र का हवाला देते हुये बताया कि बच्चों को सभी प्रश्न पत्र अच्छे तरीके से हल करवा दिये गये हैं, सभी बच्चे यदि इन को कंठस्थ कर लें तो, वह अकाउंट्स का प्रश्न पत्र भी उत्तम तरीके से हल कर सकते हैं। अर्थशास्त्र के शिक्षक हर्ष सांगरी ने बताया कि बच्चों को समीकरण के सवाल हल करने की प्रक्रिया समझा दी गई है। अगर, बच्चे उसको लागू कर लें तो, समीकरण हल करने में दिक्कत नहीं आयेगी।
कंप्यूटर साइंस के शिक्षक मुदित कुमार ने बताया के कंप्यूटर बच्चों के लिये हमेशा से ही एक उच्च स्तर पर ले जाने वाला विषय रहा है, बच्चों ने इस बार भी जी तोड़ मेहनत की है, यदि बच्चे ध्यान से इस विषय पर अपना ध्यान केंद्रित कर लें तो, पूर्ण अंक आने की संभावना है। भूगोल के शिक्षक राहुल माहेश्वरी ने पिछले साल की तुलना करते हुये बताया कि बच्चे इस बार ह्यूमैनिटीज में कठिन परिश्रम कर रहे हैं।
फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक निशांत सिंह यादव ने बताया कि इस विषय में कई बार बच्चों के शत-प्रतिशत नंबर आये हैं, बच्चे यदि हर सवाल को अच्छे से पढ़ कर उसका उत्तर देंगे तो, शत-प्रतिशत अंक फिर ला सकेंगे। आईटी के शिक्षक मोहिउद्दीन ने बताया कि पिछले परीक्षाफल में बच्चों ने अच्छा स्कोर किया था, इस साल भी बच्चों में इस विषय की लोकप्रियता बड़ी है, बच्चों को भी उसी प्रकार से टिप्स दिये गये हैं कि बच्चे आईटी के पेपर को हल करते समय संयम बरतें, निश्चित ही अच्छे अंक आयेंगे। हिंदी की शिक्षिका डॉ. नीरजा शर्मा ने बताया के हिंदी विषय बच्चों का शुरू से ही प्रिय विषय रहा है, क्योंकि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, इसलिये बच्चों को इसका प्रश्न पत्र हल करते समय थोड़ी से सावधानियां बरतना बहुत जरूरी हैं, बच्चे अक्सर मात्राओं में गलती कर जाते हैं, अगर उसका ध्यान रखते हुये बच्चा प्रश्न पत्र को हल करे तो, सफलता उसके कदम चूमेगी।
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