जेके सक्सेना ने भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारियों को जमकर हड़काया

जेके सक्सेना ने भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारियों को जमकर हड़काया

बदायूं की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह लगातार कड़ी मेहनत करते नजर आ रहे हैं, वे छापा मार कर लापरवाह और भ्रष्ट कर्मचारियों की कार्य प्रणाली दुरुस्त करने का प्रयास कर रहे हैं, इसके बावजूद लंबे समय से भ्रष्टाचार और लापरवाही के दल-दल में पल बढ़ रहे कर्मचारी सुधरने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारी आम जनता का निरंतर शोषण कर रहे हैं, जिससे त्राहि-त्राहि मची हुई है।

भारतीय जनता पार्टी ब्रज क्षेत्र के उपाध्यक्ष जितेन्द्र सक्सेना के पास भी कर्मचारियों के सताये लोगों की लाइन लगी रहती है। बताते हैं कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के भ्रष्टाचार और लापरवाही की तमाम शिकायतें जमा होने पर जितेन्द्र सक्सेना ने अफसरों से फोन पर कहा कि वे भाजपा सरकार की नीतियों के अनुसार कार्य करें और आम जनता की अधिक से अधिक सेवा करें, आम जनता से व्यवहार अच्छा करें, इसके बावजूद सुधार नहीं हुआ। शिकायतें निरंतर आती रहीं, तो जितेन्द्र सक्सेना बिजली विभाग के कार्यालय में स्वयं पहुंच गये। जितेन्द्र सक्सेना का रौद्र रूप देख कर भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारी सहम गये।

बताते हैं कि जितेन्द्र सक्सेना ने भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारियों को खुलेआम जमकर हड़काया, साथ ही चेतावनी भी दी कि अन्य दलों की सरकार की तरह भाजपा तबादला कराने और निलंबित कराने में विश्वास नहीं रखती, क्योंकि कहीं और जाओगे, तो वहां भी नर्क करोगे, इसलिए भाजपा सुधारने का काम करती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारी तत्काल सुधर जायें एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के कार्य वरीयता से करें, वरना सबक सिखाने के बाद सुधारने को मजबूर होना पड़ेगा, इस सबसे भ्रष्ट और लापरवाह कर्मचारियों द्वारा सताये गये लोग खुश नजर आ रहे हैं।

यह भी बता दें कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने 27 नवंबर को नवादा स्थित विद्युत् भण्डार केन्द्र पर औचक रूप से छापा मारकर अव्यवस्थाओं का जायजा लिया था। डीएम ने भण्डार केन्द्र पर पहुँचकर मौजूद किसानों की शिकायतों को सुना था। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि कृषकों की सूची तिथिवार बनायें, जिसे चस्पा करा दें और फिर सूची के अनुसार सामान वितरित करें। उन्होंने कहा था कि इसकी एक प्रति उनके कार्यालय पर भी लगाई जाए। सम्बंधित लेखपाल को भी सूचना दी जाए कि उसके गांव के किसानों को इस तारीख को सामान मिलेगा, जिससे किसानों को अनावश्यक चक्कर न लगाना पड़े। बता दें कि नलकूप का सामान देने में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है।

(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)

पढ़ें: किसानों को क्रमानुसार दें नलकूप का सामान, शहर को साफ रखें व्यापारी

पढ़ें: लखनऊ तक सुर्खियों में है शराबी भाजपा नेत्री का होटल में मस्ती करना

Leave a Reply