भवानी सिंह ने कार्यकर्ताओं को बताया भारतीय जनता पार्टी का इतिहास

भवानी सिंह ने कार्यकर्ताओं को बताया भारतीय जनता पार्टी का इतिहास

बदायूं में प्रांतीय आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी ने जिला स्तरीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया। प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन के अवसर पर क्षेत्रीय महामंत्री (संगठन) ब्रज एवं कानपुर क्षेत्र भवानी सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के इतिहास एवं विकास पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।

भवानी सिंह ने कहा कि भारत की आजादी के आंदोलन को प्रदूषित कर दिया था। सांप्रदायिक प्रथकतावाद के तुष्टीकरण एवं राष्ट्रवाद की समुचित दृष्टि होने के कारण नेताओं ने मजहब के आधार पर भारत का विभाजन स्वीकार कर लिया था। विभाजन के सक्रिय विरोध के कारण कांग्रेस सरकार ने महात्मा गांधी की हत्या का झूठा बहाना बनाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को प्रतिबंधित कर दिया था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पूरे बंगाल को पाकिस्तान में मिलाने के खिलाफ आंदोलन किया, पाकिस्तान को आधा बंगाल ही मिला, उस समय महात्मा गांधी की सलाह पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था लेकिन, पाकिस्तान के साथ भारत की दब्बू नीति एवं वहां के हिंदुओं की रक्षा में उदासीनता को व्यक्त करने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू लियाकत समझौते के खिलाफ डॉ. मुखर्जी ने मंत्रिमंडल से अपना त्यागपत्र दे दिया था।

उन्होंने कहा कि प्रथम आम चुनाव में जनसंघ को 3.06% वोट प्राप्त हुए थे तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहित तीन सांसद चुनाव जीतकर आए, जनसंघ को राष्ट्रीय दल का दर्जा प्राप्त हुआ था। दिसंबर 1952 को भारतीय जनसंघ का पहला अधिवेशन कानपुर में हुआ था। 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ। पार्टी में जबरदस्त आत्मलोचनात्मक बहस हुई, जिसमें कार्यदल ने कहा कि एकात्म मानववाद की मूल विचारधारा भाजपा की घोषित की जाए, जिसके परिणाम स्वरूप भाजपा के कार्यकर्ता आधारित संगठन बनाने का संकल्प व्यक्त किया गया।

उन्होंने बताया कि 1986 में भाजपा की अध्यक्षता का दायित्व लाल कृष्ण आडवाणी पर आया। सन 1996, 1998 एवं 1999 में तीन बार लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, अटल बिहारी वाजपेई पहले 13 दिन, फिर 13 महीने और बाद में साढ़े 4 साल भारत के प्रधानमंत्री रहे। यह सत्ता केवल भाजपा की नहीं, भिन्न-भिन्न विचारधारा वाले दलों एनडीए की सरकार बनी थी। उसके बाद 2004 का चुनाव एनडीए हार गया। उसके बाद 10 साल तक पार्टी ने विपक्ष की सक्रिय एवं शानदार भूमिका निभाई। 2014 के लोकसभा के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पहली बार भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, जो पिछले 5 वर्ष सबका साथ, सबका विकास उद्घोषणा के साथ गौरव संपन्न भारत का पुनर्निर्माण करती रही।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में लगभग 11 करोड़ सदस्यों वाली विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर भाजपा उभरी। 2017 में उत्तर प्रदेश में पार्टी ने दो तिहाई बहुमत के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से संपूर्ण भारत का समर्थन और विश्वास प्राप्त करने में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सफलता हासिल की। अब इसका उद्देश्य सबका साथ, सबका विकास और सब का विश्वास है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य ने आए हुए सभी पदाधिकारियों और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री भवानी सिंह का हृदय से आभार व्यक्त किया, इस अवसर पर जिला प्रभारी महाराज सिंह, सदर विधायक एवं प्रशिक्षण वर्ग प्रमुख महेश चन्द्र गुप्ता, दातागंज विधायक राजीव कुमार सिंह, चेयरमैन आकाश वर्मा, शारदाकान्त शर्मा “सीकू भैया”, राणा प्रताप सिंह, अशोक भारती, राजीव गुप्ता, सुधीर श्रीवास्तव, राजेश्वर पटेल, शारदेन्दु पाठक, अजीत वैश्य, अरुण प्रकाश, सुखदेव राठौर, अनुज माहेश्वरी, मेधावी यादव, अंकित मौर्य, आशीष शाक्य, कृष्णवीर सिंह, आतिफ निजामी, अरशद अल्वी, भेष पटेल, अरविंद वाल्मीकि, अनूप सिंह, अवनीश सिसौदिया, सोवरन सिंह, पारस गुप्ता, पीयूष शाक्य, प्रभाशंकर वर्मा, अमित पाठक, नेकपाल कश्यप, सुभाष शर्मा, ओमपाल कश्यप, सीमा राठौर, रजनी मिश्रा, पूनम गुप्ता, मोनिका गंगवार, अमित उपाध्याय और रेनू सिंह सहित अन्य तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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