बदायूं जिले के प्रभावशाली भाजपा नेता अब पार्टी की छवि और आम जनता की समस्याओं को लेकर बेहद गंभीर हो गये हैं। भाजपा नेताओं का मानना है कि जिन अफसरों और कर्मचारियों की मानसिकता भाजपा के एक वर्ष के शासन के बाद भी नहीं बदली है, उन्हें अब महत्वपूर्ण पदों पर नहीं रहने दिया जायेगा।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा के जिम्मेदार नेताओं ने एक काली सूची तैयार की है, जिसमें भाजपा और जनविरोधी अफसरों और कर्मचारियों के नाम हैं। अफसरों की सूची प्रदेश स्तर पर और कर्मचारियों की सूची जिला स्तर पर दे दी गई है, जिस पर अमल शुरू हो गया है। सूत्रों का कहना है कि सूची में पुलिस, प्रशासन और विकास विभाग के अफसरों के नाम शामिल थे, जिसके आधार पर तबादला होने शुरू हो गये हैं। एक अफसर का तबादला सोमवार को हो गया, इसी तरह शेष अफसरों के तबादले एक सप्ताह के अंदर हो जायेंगे।
सूत्रों का कहना है कि विकास विभाग और कलेक्ट्रेट के दर्जन भर बाबू भी भाजपाईयों के निशाने पर हैं, इनका विकेट भी एक सप्ताह के अंदर गिर जायेगा, साथ ही कई एसओ भी इधर-उधर किये जा सकते हैं। भाजपा के प्रभावशाली नेता लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि काली सूची को साफ करने के बाद ही भाजपा नेता चैन से बैठेंगे, जिससे हड़कंप मचा हुआ है।
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