बदायूं जिले में मंडल अध्यक्षों की घोषणा होते ही भाजपा में विद्रोह के स्वर सुनाई देने लगे हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंडल अध्यक्ष नियुक्त करने में हाईकमान ने मनमानी की है। नियमों के विपरीत आपराधिक छवि के लोगों को भी मंडल अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है, जिससे पार्टी की छवि खराब होगी।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बदायूं नगर के मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार “बिट्टन” को लेकर स्तब्ध नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि मनोज “बिट्टन” पर तमाम आपराधिक मुकदमा दर्ज हैं, जिनमें वारंट भी जारी हो चुके हैं लेकिन, ऊंची राजनैतिक पहुंच के चलते पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। बताया यह भी जाता है कि मनोज “बिट्टन” शराब के धंधे से भी जुड़े हैं, उनकी पत्नी नीरू गुप्ता के नाम मोहल्ला टिकटगंज में अंग्रेजी शराब की दुकान है, जिसे दबंगई के बल पर बरेली हाईवे के किनारे खोला गया है, जबकि हाईकमान द्वारा घोषणा की गई थी कि जिनकी सामाजिक छवि खराब है, उन्हें पदाधिकारी नहीं बनाया जायेगा।
इसी तरह वजीरगंज मंडल के अध्यक्ष को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी हुई है, यहाँ चुनाव में नितिन सिंह गौर को अधिकांश बूथ अध्यक्षों ने समर्थन दिया था लेकिन, उनकी जगह किसी और को नियुक्त किया गया है, जिससे नितिन ने अपनी टीम के साथ विद्रोह कर दिया है। मंडल अध्यक्षों की घोषणा होते ही कई क्षेत्रों में भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
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