बदायूं जिले में कार्रवाई करने का स्वास्थ्य विभाग क्या मानक अपनाता है, यह लोगों की समझ में नहीं आ रहा है। समाजवादी पार्टी से जुड़े राजू साहू और माधवी साहू के अस्पताल को सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमओ ने सील कर दिया लेकिन, जच्चा की हत्या कर चुके अकरम खान और उसके क्लीनिक पर अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की जमकर फजीहत हो रही है।
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लाबेला चौक के निकट राजू साहू और माधवी साहू का भगवान दास साहू मैमोरियल हॉस्पीटल है, जिसे सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमओ ने रजिस्ट्रेशन न होने के चलते सील कर दिया। राजू और माधवी समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं, इन्होंने लोकसभा चुनाव में धर्मेन्द्र यादव को समर्थन दिया था, जिससे माना जा रहा है कि विपक्षी दल से जुड़ा होने के कारण कार्रवाई करने में अफसरों द्वारा देर नहीं की गई।
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भगवान दास मैमोरियल हॉस्पिटल पर कार्रवाई करना सही है पर, सवाल यह उठ रहा है कि बाकी फर्जी हॉस्पिटल और क्लीनिक पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। कस्बा वजीरगंज में अकरम खान नाम का व्यक्ति फर्जी क्लीनिक खुलेआम चला रहा है, इस पर कार्रवाई करने के बारे में पूछने पर सीएमओ टाल जाते हैं, जबकि हाल ही में यहाँ जच्चा की गलत इंजेक्शन लगाने के कारण जान चली गई थी।
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