बदायूं जिले के एआरटीओ में व्याप्त भ्रष्टाचार, लापरवाही और मनमानी से हर कोई तंग है। ऑन लाइन सेवा होने के बाद से एआरटीओ में भ्रष्टाचार और अधिक बड़ा है, जिससे हाहाकार मचा हुआ है, इस मुद्दे को गौतम संदेश ने उठाया तो, जिलाधिकारी ने जांच कराने के बाद मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दे दिया।
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एआरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट और टैक्स वगैरह की सेवाओं को ऑन लाइन कर दिया गया है। अपॉइंटमेंट लेने की सुविधा भी ऑन लाइन कर दी गई है। नई व्यवस्था से आम जनता के सामने समस्या आ रही है, वहीं कार्यालय के कर्मचारी ऑन लाइन सेवा से डरा कर व्यवस्था की धज्जियां भी उड़ाते नजर आ रहे हैं।
एआरटीओ में तैनात संविदा कर्मियों का बड़ा आतंक बताया जाता है। संविदा कर्मी पहले से कई गुना ज्यादा रिश्वत वसूलते हैं। आवेदक स्वयं आवेदन कर दे तो, कर्मचारी कनेक्टविटी की समस्या बता कर कई-कई चक्कर लगवाते हैं। परेशान होकर आवेदक भ्रष्ट संविदा कर्मियों अथवा, उनके लगाये हुए दलाल को ही काम का ठेका दे देता है।
उक्त समस्या को गौतम संदेश ने 16 मई को प्रकाशित किया था, जो तेजतर्रार जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के संज्ञान में पहुंच गई तो, उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट से प्रकरण की जाँच कराई। जाँच में भ्रष्टाचार, लापरवाही, मनमानी और बाहरी लोगों के काम करने का गंभीर प्रकरण सामने आया, जिसके बाद उन्होंने मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दे दिया।
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