बरेली जिले में कस्बा भोजीपुरा के पास स्थित मेडिकल कॉलेज अव्यवस्थाओं का अड्डा बन गया है, यहाँ प्रबंधन धन ऐंठने के अलावा और कुछ नहीं करता। कॉलेज में मरीजों के और छात्र-छात्राओं के परिजनों को लूटने की घटनायें सामने आती ही रहती हैं। प्रबंधन सीबीआई के शिकंजे में भी आ चुका है, इसके बावजूद कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है, यहाँ छात्रायें आत्महत्या करती ही रहती हैं। एक और आत्महत्या की वारदात होने से कैंपस में भी दहशत का माहौल बन गया है।
श्रीराम मूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज में बुधवार को उत्तराखंड के जिला पिथौरागढ़ की मूल निवासी लक्ष्मी ने आत्महत्या कर ली। लक्ष्मी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत नर्स थी, वह कई दिनों से अवकाश पर थी। कॉलेज परिसर में ही रहती थी। बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम चल रहे थे लेकिन, लक्ष्मी किसी को नहीं दिखी तो, साथियों का ध्यान गया, उसके कमरे में खिड़की से देखा तो, सभी चीख पड़े। लक्ष्मी का शव कुंडे से लटका हुआ था। बेड पर स्टूल रख कर लक्ष्मी फंदे पर झूल गई लेकिन, उसके पैर बेड पर टिके हुए हैं, जिससे संदेह उत्पन्न हो रहा है। जानकारी होने पर मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आकर कमरा खोला और शव नीचे उतारा गया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मृतका के घर सूचना भेज दी गई है। परिजन आ गये हैं लेकिन, अभी तक आत्महत्या करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
एसआरएमएस में आत्महत्या की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले सितंबर 2017 में नोयडा के सेक्टर- 62 के निवासी अनादि दीक्षित की इकलौती बेटी एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा अनन्या दीक्षित ने आत्महत्या कर ली थी, एडमिशन लेने के दस दिन के अंदर ही अनन्या पंखे में फंदा लगा कर झूल गई थी, इसी तरह हरियाणा के भिवानी निवासी अजीत सिंह की बेटी प्रियंका सिंह एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, उसने भी 29 मई 2015 को आत्महत्या कर ली थी, इसके अलावा भी यहाँ आत्महत्या करने की कई वारदातें हो चुकी हैं और परिजन प्रबंधन पर आरोप भी लगाते रहे हैं।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)