जिन्हें वेतन मिल रहा है, वे अपने दायित्व का निर्वहन सही से नहीं कर पा रहे हैं, तभी लापरवाही और भ्रष्टाचार का चारों ओर बोलबाला नजर आ रहा है, ऐसे माहौल में अगर कोई निःस्वार्थ भाव से अतिरिक्त कार्य कर रहा है, तो उसकी वास्तव में सराहना होनी ही चाहिए। बदायूं जिला बार एसोसिएशन के सचिव पवन गुप्ता ऐसा सद्कार्य कर रहे हैं कि उन्हें सदियों तक याद किया जाता रहेगा।
सामाजिक दृष्टि से देखा जाये, तो हालात दयनीय हो चले हैं। अधिकाँश लोगों की यही शिकायत रहती है कि उन्हें देश, समाज और संगठन क्या दे रहा है। आम आदमी त्रस्त नजर आये, तो भी ठीक है, लेकिन अब तो अधिकांशतः वे लोग त्रस्त नजर आते हैं, जो वेतन के रूप में हर महीने मोटी रकम ले रहे हैं, लेकिन वेतन के अनुपात में चौथाई कार्य नहीं करते और जितना कार्य करते हैं, उसके बदले भी आम आदमी से सुविधा शुल्क के नाम पर रिश्वत लेते हैं, ऐसे माहौल में जिला बार एसोसिएशन के युवा सचिव पवन गुप्ता प्रशंसा के ही पात्र काहे जायेंगे। उन्होंने स्वयं एक प्रस्ताव तैयार किया कि जिला बार एसोसिएशन का जीर्णोद्धार किया जाये, जिसकी चर्चा कनिष्ठ व वरिष्ठों से की, जो सभी को अच्छा लगा। बिना देर किये उन्होंने कार्य शुरू करा दिया और फिर आर्थिक सहयोग की बात की, तो कार्य होते देख सभी ने आर्थिक सहयोग करना भी शुरू कर दिया। प्रांगण में पत्थर लगाया जा रहा है। खुले मैदान में पेड़ लगाये जायेंगे। बंदरों से बचाव के लिए जाली भी लगाई जायेगी, जिस पर लाखों रूपये खर्च होने का अनुमान है, जो पवन गुप्ता के संकल्प से जमा हो चुके हैं। बता दें कि बदायूं जिला बार एसोसिएशन के पास विशाल प्रांगण है, ऐसा प्रांगण आसपास के जनपदों में नहीं है, लेकिन उस स्तर का रखाव-रखाव नहीं हो पा रहा था। पदाधिकारी बार की आन, बान, शान को भुनाते रहे हैं। दुरूपयोग करते रहे हैं। चेहेतों को दुकानें बांटते रहे हैं, लेकिन भवन की चिंता करने वाले कम लोग ही हुए हैं, इसलिए जिला बार एसोसिएशन के इतिहास में पवन गुप्ता का नाम सदियों याद किया जाता रहेगा।