बदायूं में भी प्रशांत भूषण के भगवान श्रीकृष्ण पर किये गये आपत्तिजनक ट्वीट को गंभीरता से लिया गया है। एक अधिवक्ता ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने एवं दो वर्गों के बीच शत्रुता उत्पन्न कराने संबंधी वाद दायर किया है, जिस पर अदालत ने थाना सिविल लाइन पुलिस से आख्या मांगी है। अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी।
विवादित ट्वीट के बाद प्रशांत भूषण के विरुद्ध तमाम स्थानों पर पुलिस थानों में प्रार्थना पत्र दिए गये हैं। जगह-जगह प्रदर्शन भी किये गये हैं। अधिकांश लोग प्रशांत भूषण की निंदा करते नजर आ रहे हैं। अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में चल रहे एंटी रोमियो अभियान की आलोचना करते हुए ट्वीट किया था कि रोमियो ने तो केवल एक महिला से प्यार किया था, जबकि कृष्ण तो पौराणिक काल में भी गोपियों को छेड़ा करते थे, क्या आदित्यनाथ में अपने कार्यकर्ताओं को कृष्ण विरोधी दल बुलाने की हिम्मत है। हालांकि विवाद के बाद प्रशांत भूषण ने अपने ट्वीट के लिए माफी भी मांग ली थी, साथ ही विवादास्पद ट्वीट हटा दिए थे, इसके बावजूद उनके विरुद्ध लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ।
बदायूं स्थित सीजेएम के न्यायालय में अधिवक्ता रोहन सिंह यादव द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने एवं दो वर्गों के बीच शत्रुता उत्पन्न कराने संबंधी आरोप लगाते हुए प्रशांत भूषण के विरुद्ध धारा- 156 (3) के अंतर्गत प्रार्थना पत्र दिया है, जिसे स्वीकार करते हुए अदालत ने थाना सिविल लाइन पुलिस से आख्या मांगी है। अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी।
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