बदायूं जिले में मानव तस्करी के धंधे पर रोक नहीं लग पा रही है। देश के विभिन्न राज्यों से गरीब परिवार की लड़कियों को लाकर यहाँ बेचा जा रहा है और फिर उनका यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। गाँव से गुजरते समय एक किशोरी रोने लगी, तो ग्रामीणों ने उसे मुक्त करा लिया, लेकिन दरिंदे भागने में सफल हो गये।
हृदय विदारक घटना उघैती थाना क्षेत्र की है। एक किशोरी को चार-पांच लोग बेचने ले जा रहे थे, यह लोग देर शाम गाँव खितौरा से गुजर रहे थे, तभी किशोरी रोने लगी। किशोरी को रोता देख ग्रामीण इकट्ठा होने लगे। ग्रामीणों को जमा होते देख किशोरी को बेचने ले जा रहे दरिंदे भाग गये। किशोरी ने बाद में घटना के संबंध में जानकारी दी, वरना भीड़ दरिंदों को भागने नहीं देती। किशोरी की उम्र लगभग 14 वर्ष है, वह दिल्ली में स्थित बदरपुर इलाके की रहने वाली है। किशोरी ने बताया कि लोग उसे किसी गाँव में बेचने ला रहे थे। सूचना पर यूपी- 100 पहुंच गई, लेकिन किशोरी अभी तक गाँव खितौरा में ही है। घटना गाँव व क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि थाना जरीफनगर क्षेत्र के गांव मलिकपुर बिचौला पट्टी में हरियाणा के जिला भिवानी थाना चरखी दादरी से धोखा देकर लाई गई महिला को यूपी- 100 और सीओ इरफान नासिर खान ने हाल ही में बिकने से बचा लिया था। पीड़ित महिला को धोखे से लाकर मलिकपुर बिचौला पट्टी के रामबहादुर पुत्र गंगा प्रसाद को 45000 हजार रुपए में बेच दिया गया था, इससे पहले भी कई घटनायें प्रकाश में आ चुकी हैं। जिले भर में वर्षों से बड़े स्तर पर मानव तस्करी की जा रही है। हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा और मद्रास से गरीब तबके की बच्चियों और औरतों को धोखे से लाकर यहाँ बेचा जा है। पुलिस को मानव तस्करों के विरुद्ध बड़े स्तर पर कार्रवाई करनी होगी।
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