बदायूं में विधान परिषद सदस्य के चुनाव को लेकर जैसी संभावनायें व्यक्त की जा रही थीं, वैसा ही होने लगा है। चुनाव प्रभावित करने के लिए बाहुबलि और धनबलि डी.पी. यादव के भतीजे भाजपा प्रत्याशी जितेन्द्र यादव द्वारा मतदाताओं को नकद रूपये दिए जा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग, खुफिया विभाग और पुलिस पकड़ नहीं पा रही है। सूत्रों का कहना है कि अधिकारी भाजपा के सत्ता में आने के भय से भाजपा प्रत्याशी जितेन्द्र यादव की मदद कर रहे हैं, तभी जितेन्द्र यादव बेखौफ होकर मतदाताओं को रूपये बाँट पा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि देश भर में धनबलि और बाहुबलि के रूप में कुख्यात डी.पी. यादव के भतीजे जितेन्द्र यादव को हाल ही में बसपा ने आचरण में सुधार न होने के कारण पार्टी से निकाला था। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के एक बड़े नेता को मोटी रकम देकर जितेन्द्र यादव न सिर्फ भाजपा में सम्मलित हो गये, बल्कि बदायूं विधान परिषद क्षेत्र से सदस्य पद का टिकट भी ले लिया। जितेन्द्र यादव को टिकट मिलते ही यह संभावनायें जताई जाने लगी थीं कि वे मतदाताओं को प्रलोभन अवश्य देंगे, जो अब सच साबित होती नजर आ रही हैं।
सूत्रों का कहना है कि जितेन्द्र यादव और उनके चुनिंदा लोग मतदाताओं को रूपये बाँट रहे हैं। बीस से चालीस हजार प्रति मतदाता रूपये बांटे जा रहे हैं, साथ ही जिले व जिले के बाहर कई स्थानों पर मतदाताओं को ठहराया गया हैं, जहाँ शराब, खाना, गाने का भी प्रबंध किया गया है, ऐसा हो नहीं सकता कि जितेन्द्र यादव के इन कुकृत्यों की जानकारी आयोग, खुफिया विभाग और पुलिस को न हो, लेकिन कोई जितेन्द्र यादव के विरुद्ध कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि अधिकारी भांप गये हैं कि प्रदेश में अगली सरकार भाजपा की आने वाली है, इसी डर में वे मूकदर्शक बने हुए हैं, साथ ही चार दिन पूर्व जितेन्द्र यादव ने प्रेस वार्ता कर सत्ता पक्ष के नेताओं पर कई तरह के आरोप भी लगाये थे, जिनका आशय अब समझ आ रहा है, वे दबाव बनाना चाहते थे और उसमें कामयाब भी हो गये। अब देखना यह है कि पुलिस व प्रशासन के दबाव में आने के बाद आयोग कुछ कार्रवाई करेगा, या नहीं।
संभावित हार के चलते बौखला गये हैं विरोधी: ब्रजेश