बदायूं की पुलिस और जिला अस्पताल के कर्मचारियों में संवेदनायें नहीं बची हैं। शव को हर धर्म, हर जाति के लोगों द्वारा हर जगह सम्मान दिया जाता है, लेकिन पुलिस कर्मी और जिला अस्पताल के कर्मियों ने शव को न सिर्फ इधर-उधर घसीटा, बल्कि शव को जमीन पर डाल कर ही एक्सरे किया गया, इस दृश्य को देखने वाले लोग बेहद दुखी नजर आये।
उल्लेखनीय है कि कादरचौक थाना क्षेत्र के गाँव लौकी नगला में रात खेत पर सो रहे अंगद नाम के एक वृद्ध किसान को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक के परिजनों ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या करने की तहरीर दी है। पुलिस ने पंचनामा भर कर शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। एक्सरे कराने के लिए शव जिला अस्पताल लाया गया, तो शव को एक्सरे रूम तक घसीट कर लाया गया। शव को इधर-उधर घसीटने में न पुलिस कर्मी का दिल दुखा और न ही अस्पताल के कर्मचारियों को शर्म आई।
शव को घसीट पर एक्सरे रूम में लाने के बाद भी शव को ऊपर नहीं लिया गया। जमीन पर ही डाल कर शव का एक्सरे किया गया, ऐसे में रिपोर्ट भी उल्टी-सीधी आ सकती है, जिसका सीधा लाभ हत्यारों को मिल सकता है। शव की दुर्दशा पर उपस्थित लोग बेहद दुखी नजर आये, लेकिन जिनको सेवा कार्य के लिए मोटा वेतन और अन्य तमाम सुविधायें दी जा रही हैं, उनके अंदर संवेदनायें मर चुकी हैं। दुश्मन के शव को भी सम्मान देने की परंपरा रही है, ऐसे में स्वतंत्र राष्ट्र के सम्मानित नागरिक के शव का अपमान अक्षम्य अपराध माना जाना चाहिए।
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