उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बुन्देलखण्ड के वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि सूखे से प्रभावित किसानों को प्रदेश सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई, तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर दण्डित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में तैनात लापरवाह अधिकारी अपनी कार्यशैली में सुधार न लाये और उनके विरुद्ध प्राप्त शिकायत सत्य पायी गई, तो ऐसे अधिकारी निलम्बन के लिये तैयार रहें। उन्होंने कड़े निर्देश दिये कि आम नागरिकों को अधिकारियों के कार्यालयों में योजनाओं से लाभान्वित होने हेतु चक्कर नहीं लगाने होंगे, बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों को योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित कराने हेतु अभियान चलाकर गांव-गांव जाकर कैम्प लगाकर लाभान्वित कराकर प्रगति से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराना होगा। उन्होंने कहा कि मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारी मुझे विभागवार मण्डल एवं जनपद स्तर पर बनायी जा रही योजना की जानकारी न देकर योजना के क्रियान्वयन से लाभान्वित होने वाले पात्र नागरिकों की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्पष्ट निर्देश हैं कि समस्त वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदेश सरकार की जनहितकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने हेतु अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराया जाये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में सूखे की स्थिति से निपटने के लिये किसानों को फसल बीमा योजना के अन्तर्गत आगामी 31 जनवरी तक फसल बुवाई की बीमित राशि का प्रीमियम अवश्य जमा कराकर नियमानुसार आगामी फरवरी माह में किसानों को बीमित राशि का 25 प्रतिशत धनराशि का भुगतान कराना सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि किसानों के पशुओं हेतु भूसा एवं चारा का निःशुल्क वितरण ग्राम पंचायत स्तर पर कराकर पशुओं को खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये।
मुख्य सचिव आज चित्रकूट मण्डल के जनपद महोबा एवं बांदा के दो द्विवसीय दौरे पर जनपद महोबा के चरखारी ब्लाॅक के ग्राम छानी खुर्द व कबरई ब्लाॅक के रैपुरा ग्राम में विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद जनपद बांदा के ग्राम पडुई में ग्राम चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद स्थापित कर रहे थे। उन्होंने ग्राम पडुई में ग्राम चौपाल लगाकर आम जनता से सीधा संवाद स्थापित कर नागरिकों द्वारा उठायी गई समस्याओं का आगामी तीन दिन के अन्दर निस्तारण कर अवगत कराते हुये सम्बन्धित दोषी कर्मियों को भी दण्डित करने के निर्देश दिये। उन्होंने विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कर समीक्षा के दौरान एवं आम नागरिकों से प्राप्त षिकायतों के आधार पर जिला बेसिक अधिकारी चित्रकूट बी0के0 सिंह अन्यत्र जनपद में स्थानान्तरित करने, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा राजेश कुमार के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही, दीपक कुमार प्रयोगशाला सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिवार हमीरपुर का स्थानान्तरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने शासकीय दायित्वों का निर्वहन करने में लापरवाही बरतने पर स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा डा0 अनिल कुमार सिंह एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल डाॅ0 एस0एन0 गुप्ता, बी0के0 तिवारी वित्त एवं लेखाधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, अजय द्विवेदी जिला अकाउण्ट मैनेजर, कौशल यादव डी0ए0एम0 को प्रतिकूल प्रविष्टि तथा आलोक कुमार कनिष्ठ लिपिक को निलम्बित करने के निर्देश दिये।
श्री रंजन ने बुन्देलखण्डवासियों को विद्युत आपूर्ति पूर्ण क्षमता के साथ आपूर्ति कराने हेतु लापरवाही बरतने पर विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता ए0के0 सक्सेना एवं अधीक्षण अभियंता ए0के0 मिश्रा को कड़ी चेतावनी देते हुये निर्दश दिये हैं कि आगामी 03 तीन दिन में लो वोल्टेज की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो निलम्बन के लिये तैयार रहें। उन्होंने कहा कि पम्प कैनाल्स चालू होने तथा चालू कराने की नियमित रूप से वरिष्ठ अधिकारी माॅनीटरिंग कर यह सुनिश्चित करायें कि किसानों को आवश्यकतानुसार पानी की आपूर्ति अवश्य सुनिश्चित हो सके।
मुख्य सचिव ने सम्बन्धित जिलाधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिये कि डार्क जोन क्षेत्रों पर स्वयं विशेष ध्यान देकर योजनाओं को क्रियान्वयन सुनिश्चित कराकर सम्बन्धित क्षेत्रों को रिचार्ज कराकर डार्क जोन से हटाने हेतु कारगर प्रयास सुनिश्चित किये जायें। उन्होंने कहा कि सिंचाई की समस्या के समाधान हेतु आवश्यकतानुसार फार्म पाउण्ड योजना का क्रियान्वयन गंभीरता से सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि नागरिकों को योजना के अन्तर्गत रोजगार उपलब्ध कराने हेतु जाॅब कार्ड अभियान चलाकर बनवाना सुनिश्चित किया जाये, ताकि अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं के तहत रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत रोजगार उपलब्ध कराने हेतु जाॅब कार्ड के अभाव में किसी को रोका कतई न जाये।
श्री रंजन ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुये सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि लम्बित विवेचनाओं का निस्तारण सुनिश्चित कराने हेतु अभियान चलाते हुये इस बात का अवश्य ध्यान रखा जाये कि लम्बित विवेचनायें गुणवत्ता के साथ निस्तारित करायी जायें। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि थानों के वार्षिक निरीक्षण में कोई शिथिलता न बरती जाये तथा थाना भवनों में पड़े माल-मुकदमाती वस्तुओं का निस्तारण कराने हेतु नियमानुसार कार्यवाही अवश्य सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि इनामी अपराधियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जाये एवं गैंगेस्टर एवं गुण्डा एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही सुनिष्चित की जाये। उन्होंने अवैध शराब एवं जुआ सम्बन्धी प्राप्त शिकायतों को संज्ञान में लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि ऐसे अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
मुख्य सचिव के साथ प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव पशुधन एवं मत्स्य रजनीश गुप्ता, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास दीपक त्रिवेदी, प्रमुख सचिव खाद्य रसद सुधीर गर्ग, सचिव गृह मणि प्रसाद मिश्र, सचिव सिंचाई अनिल कुमार सागर, पुलिस महानिरीक्षक अपराध आर0के0 स्वर्णकार सहित चित्रकूट मण्डल के मण्डलायुक्त एल0 वैकेंतेश्वर लू सहित समस्त जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
मुख्य सचिव ने लगाई चौपाल
सूखे से जूझ रहे महोबा जिले में चल रहे सूखा राहत उपायों का निरीक्षण करने हेतु मुख्य सचिव उ0प्र0 शासन आलोक रंजन ने जिले के चरखारी ब्लाक के गांव छानी खुर्द तथा कबरई ब्लाक के गांव रैपुरा कला मे चौपाल लगायी, जिसमें जनप्रतिनिधियों तथा किसानों ने जिले मे पेयजल, सिंचाई तथा अन्ना पशुओं की समस्या पर विशेष रूप से अवगत कराया। चौपाल में जनप्रतिनिधियों तथा कृषकों को सम्बोधित करते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार जिले की समस्याओं से भली प्रकार अवगत है और हर प्रकार की सहायता देने हेतु कृतसंकल्प है तथा हर सम्भव उपाय किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण गरीबी, बेरोजगारी, तथा पलायन दूर करने हेतु जिले मे कौशल विकास मिशन के तहत अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये गये हैं तथा मनरेगा के तहत कार्य दिवस 100 से बढाकर 150 दिन कर दिये गये हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके। उन्होंने मनरेगा से तालाब खुदवाने पर जोर दिया। खाद्य सुरक्षा मिशन की जानकारी देते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि जिले में 80 प्रतिशत से अधिक लोगो को इसके तहत अच्छादित करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होने बताया कि खाद्य सुरक्षा के तहत हर पात्र व्यक्ति को 2 रूपये प्रति किलो की दर से गेहूं तथा 3 रूपये प्रति किलो की दर से खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में बिजली की समस्या का जिक्र करते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि बुन्देलखण्ड में माननीय मुख्यमंत्री जी ने ग्रामीण क्षेत्रों मे 24 घंटे आपूर्ति के आदेश दिये हैं जिसे पूरा करने के प्रयास किये जा रहे हैं, सिस्टम को दुरूस्त किया जा रहा है, अभी ग्रामीण क्षेत्रों मे 20 घंटे तथा शहरी क्षेत्रों मे 16 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है, पशुओं की समस्या के निराकरण हेतु मुख्य सचिव ने बताया कि न्याय पंचायत स्तर पर भूसा तथा चारा केन्द्र बनाकर कृषकों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं तथा अन्ना पशुओं के पेयजल की समस्या के निराकरण हेतु गांव-गांव मे चिरही बनाकर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, मुख्य सचिव ने कहा कि पशुओं की समस्या के निराकरण हेतु नस्ल सुधार कार्यक्रम तैयार किया जायेगा, जिससे अच्छी नस्ल के पशु तैयार हो सकें, क्षेत्र मे सिंचाई साधनों के अभाव पर बोलते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि सरकारी टयूबवैल लगाने हेतु शीघ्र ही बैठक बुलाकर इस पर विचार किया जायेगा, जिले मे चल रही कृषि बीमा योजना को कृषकों द्वारा बन्द करने की मांग पर मुख्य सचिव ने कहा कि इस योजना के सभी पहलुओं पर विचार किया जायेगा, यदि यह बुन्देलखण्ड के लिये उपयोगी नहीं है, तो समाप्त करने हेतु भारत सरकार को लिखा जायेगा। समाजवादी पेन्शन योजना पर चर्चा के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि इसमें जरूरतमंद महिला को 500 रूपये प्रतिमाह पेन्शन दिये जाने की व्यवस्था है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि इस योजना में शत-प्रतिशत जरूरतमंदों को पेंशन दी जाये। मुख्य सचिव ने लोगों को विश्वास दिलाया कि शासन चिन्तित है, संवेदनशील है तथा संकट की इस घड़ी में आपके साथ है, यही कारण है कि राजस्व वसूली स्थगित कर दी गयी है तथा आपके जो प्रार्थना पत्र आये हैं उन पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर हर सम्भव मदद की जायेगी। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे गांव का भ्रमण कर विकास कार्यक्रमों का निरीक्षण करें तथा यथा-सम्भव ग्रामीणों की मदद करें, इस अवसर पर मुख्य सचिव ने ग्राम छानी खुर्द मे तथा रैपुरा कलां मे कन्या विद्या धन लाभार्थियों को चेेक, खाद्य सुरक्षा लाभार्थियों को खाद्यान्न, श्रम विभाग की साइकिल सहायता योजना के लाभार्थियों को साइकिल, तथा बुन्देलखण्ड एवं विंध्य क्षेत्र औद्यानिक विकास कार्यक्रम के लाभार्थियों को चेक वितरित किये, इस अवसर पर क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में कृषक तथा ग्रामीण मौजूद रहे।