बदायूं जिले में भी प्रतिबंधित पशुओं का मांस खाने को लेकर कुछेक लोग इस हद तक पहुंच गये हैं कि उनका उपचार कराने की जरूरत है। दरिंदगी का आलम यह है कि कुछ महींने की बछिया तक को काटने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने छापा मार कर उसकी जान तो बचा ली, पर दरिन्दे गाय काट चुके थे। पुलिस ने मांस सहित गिरफ्तार कर दरिंदों को जेल भेज दिया।
घटना सहसवान के मोहल्ला मिर्धा टोला की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से गाय के तीन कुंतल मांस के साथ रानू, नईम, कामिल और अतीक को बीती रात गिरफ्तार कर लिया। मौके से तीन लोग भागने में सफल हो गये। मांस के साथ मौके से कुछ महीनों की बछिया भी बरामद हुई है, जिसे काटने की तैयारी चल रही थी, यह सब नगर के एक कुख्यात नेता के संरक्षण में चल रहा था, जिसका ममेरा भाई पकड़ा गया है, लेकिन नेता बच निकला। जब तक संरक्षक के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होगी, तब तक गाय की हत्या नहीं रुकेगीै। सहसवान पुलिस ने गाँव खैरपुर बल्ली से भी गाय के मांस के साथ मेहरवान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
24 मार्च को गाँव ज्वालापुर में अवैध संबंधों को लेकर हुई हत्या के आरोपी मुन्नालाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाइक चोरी के प्रकरण में पुलिस ने वकील को गिरफ्तार किया है, लेकिन अनवर और मुश्ताक भाग गये। मुश्ताक कुख्यात सटोरिया है। इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में कार्य कर रही सहसवान पुलिस की जमकर प्रशंसा हो रही है। उल्लेखनीय कार्य करने वाले वाले सब-इंस्पेक्टर इन्द्रपाल सिंह, सिपाही यादवेन्द्र, अनेक सिंह और नरेंद्र सिंह को इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार ने शाबासी दी है।
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