बदायूं जिले को भ्रष्टाचार का दानव जकड़ने के प्रयास कर रहा है। दानव हर विभाग में अपना हिस्सा निर्धारित करना चाह रहा है, जिससे जिले भर में हाहाकार मचने लगा है। स्वास्थ्य, पूर्ति और शिक्षा विभाग को शिकंजे में लेने के बाद दानव के निशाने पर विकास और पंचायत विभाग आ गये हैं, लेकिन इन दोनों विभागों में दानव हावी नहीं हो पा रहा है। भ्रष्टाचार के दानव के विरोध में प्रधान आंदोलन की भूमिका बनाने लगे हैं। एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सांसद धर्मेन्द्र यादव के सामने 30 अप्रैल को प्रधान हंगामा कर सकते हैं।
जी हाँ, भ्रष्टाचार को लेकर बदायूं जिले के हालात भयावह हो चले हैं। भ्रष्टाचार का दानव हर विभाग में अपनी सीधी पैठ चाहता है, तभी हर अफसर से अपना हिस्सा निर्धारित करने का दबाव बना रहा है। स्वास्थ्य, पूर्ति और शिक्षा विभाग को दानव अपने शिकंजे में ले चुका है, इन तीनों विभागों से मोटी उगाही हो चुकी है। दानव के निशाने पर अब विकास और पंचायत विभाग हैं, लेकिन इन दोनों विभागों में दानव घुसपैठ नहीं कर पा रहा है, जिससे तरह-तरह की मुश्किलें उत्पन्न कर रहा है।
दानव विकास विभाग पर हावी होने के लिए विकास विभाग से जुड़े अफसरों को सार्वजनिक रूप से यह दर्शाने का प्रयास करता रहता है कि वह बहुत शक्तिशाली है, लेकिन अभी तक विकास विभाग के अफसर भयभीत नहीं हुए हैं, इसी तरह दानव पंचायत विभाग पर शिकंजा कसने को आतुर है, लेकिन यहाँ भी सफलता उसके हाथ नहीं लग पा रही है, जिससे दानव बौखला गया है। बौखलाहट में दानव कार्ययोजना में अड़ंगा लगा रहा है, जिससे प्रधान सीधे प्रभावित हो रहे हैं।
ग्राम पंचायतों के खाते बंद होने से जिले भर के प्रधान आक्रोशित हैं। भयंकर गर्मी के मौसम में प्रधान हैंडपंप तक सही नहीं करा सकते, जिससे प्रधान आंदोलन की भूमिका तैयार करने लगे हैं। 30 अप्रैल को मंडी समिति में प्रधानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण होना है, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सांसद धर्मेन्द्र यादव मौजूद रहेंगे। हालात नहीं सुधरे, तो प्रशिक्षण के समय प्रधान हंगामा भी कर सकते हैं।