बदायूं जिले में प्रदेश सरकार की योजना के तहत कब्रिस्तानों की चाहरदीवारी कराई गई थी, जिसमें धांधली की शिकायत की गई। आजम खां के निर्देश पर मुख्य महाप्रबंधक की जांच में बड़े गोलमाल का खुलासा हुआ है। कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस के पूर्व परियोजना प्रबंधक, जीएम, जेई और ठेकेदार समेत कुल 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज हो गया है। ठेकेदार सपा के समर्थन से नवनिर्वाचित महिला ब्लॉक प्रमुख का पति है।
जिले के कब्रिस्तानों की बाउंड्रीवाल निर्माण को करीब 10 करोड़ रुपये मिले थे। कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस है। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया, तो नगर विकास मंत्री आजम खां तक पहुंच गई, उनके निर्देश पर उच्चस्तरीय टीम गठित कर मुख्य महाप्रबंधक से जांच कराई गई। जांच में शिकायत सही पाई गई, तो परियोजना प्रबंधक ए.के. सिंह द्वारा सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
मुकदमे में इंजीनियर वी.एस. वर्मा, पूर्व परियोजना प्रबंधक (सेवानिवृत्त) गाजियाबाद, इंजीनियर ए.के. वर्मा महाप्रबंधक (निलंबित) संबद्ध मुख्य अभियंता उ.प्र. जल निगम मुरादाबाद, इंजीनियर नीरज गोस्वामी वरिष्ठ स्थानिक अभियंता सी एंड डीएस बरेली, रघुवंश राम स्थानिक अभियंता बरेली, ठेकेदार मै. नीना ट्रेडर्स वजीरगंज, मै. ए.के. ट्रेडर्स अय्यूब खां तिलियापुर बरेली, मै. साक्षी कंस्ट्रक्शन रामगोपाल शर्मा बरेली, मै. एच.ए. बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन रामगोपाल शर्मा बरेली, मै. एच.ए. बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन हसीब बेग बरेली, मै. या गौस अलमद्द मो. वसीम बरेली, मै. निशा इंटरप्राइजेज शमशुल निशा बरेली, मै. यूपी इंटरप्राइजेज युसुफ खां बरेली, मै. बबलू इंटरप्राइजेज जहीर उद्दीन बरेली को नामजद किया गया है।
यहाँ विशेष ध्यान देने की बात यह है कि नामजदों में एक ठेकेदार अरविंद गुप्ता है, जिसकी पत्नी हाल ही में सपा की मदद से वजीरगंज ब्लॉक की प्रमुख चुनी गई है। चुनाव में सपा प्रत्याशी मोर्चा छोड़ कर भाग गया था, जिससे सपा की बड़ी फजीहत हुई थी, इसके बावजूद सपा ने माफिया ठेकेदार अरविंद गुप्ता की पत्नी को समर्थन दे दिया था।
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