बदायूं के दो सिपाही बर्खास्त कर दिए गये हैं। बर्खास्त सिपाहियों पर कैदी को मस्ती कराने का आरोप है। सिपाही बीमारी के नाम पर कैदी को जेल से ले जाकर मस्ती कराते रहे।
उल्लेखनीय है कि सपा जिलाध्यक्ष, एमएलसी व दर्जा राज्यमंत्री बनवारी सिंह यादव का रिश्तेदार मोरपाल यादव हत्या के प्रकरण में जेल में बंद है। आरोप है कि सिपाही दुर्गा प्रसाद और रामप्रसाद उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी मोरपाल यादव को अस्पताल में इलाज कराने के नाम पर मस्ती कराते रहे। बनवारी सिंह यादव का रिश्तेदार होने के चलते अस्पताल प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन ने ध्यान ही नहीं दिया, लेकिन बिना इलाज के मोरपाल बदायूं स्थित जिला कारागार पहुंचा, तो इलाज से संबंधित कागजात और अस्पताल से डिस्चार्ज स्लिप न होने के कारण जेल प्रशासन द्वारा लौटा दिया गया, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
मोरपाल सिंह यादव 16 मार्च को सिपाहियों की अभिरक्षा में अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए भेजा गया था। यह भी बता दें कि मूसाझाग थाने के गांव नवदिया नवादा सुलरा निवासी पूर्व प्रधान मोरपाल सिंह यादव को हत्या के मामले में न्यायालय ने छह महीने पहले उम्रकैद की सजा सुनाई थी।