उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। सनसनीखेज घटना शुक्रवार को लखनऊ स्थित विधान भवन में ही तब घटित हुई, जब बाल संसद के बाद बाहर निकलने के लिए मुख्यमंत्री को लिफ्ट नीचे ला रही थी। लिफ्ट खराब हो गई, जिसमें मुख्यमंत्री लगभग 24 मिनट तक फंसे रहे, इस दौरान उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव भी साथ में थीं। घटना को लेकर सपाइयों ने काफी देर तक हंगामा भी किया। घटना की उच्च स्तरीय जांच व कार्रवाई के आदेश दे दिए गये हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पत्नी विधानभवन के राजर्षि टण्डन सभाकक्ष में आयोजित ‘बाल संसद’ में शिरकत करने के बाद वीवीआई लिफ्ट संख्या- एक से वापस लौट रहे थे, तभी लिफ्ट खराब हो गई, जिससे दोनों लोग लगभग 24 मिनट तक फंसे रहे, इस दौरान हड़कंप मचा रहा। आनन-फानन में लिफ्ट के दरवाजे काटने के लिये गैस कटर, एम्बुलेंस आदि बुलवायी गयी, तब दोनों को बाहर निकाला जा सका। मुख्यमंत्री और अतिविशिष्ट व्यक्तियों के लिये आरक्षित लिफ्ट का इस तरह खराब होना बड़ी लापरवाही माना जा रहा है, इसे सुरक्षा अव्यवस्था से जोड़ कर भी देखा जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जेड- प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
उधर डिंपल यादव के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिफ्ट में फंसे होने की बात आग की तरह फैल गई, जिससे तमाम सपाई भी मौके पर पहुंच गये, जिनमें कुछ आक्रोशित सपाइयों ने इंजीनियरों के विरुद्ध प्रदर्शन किया एवं एक जेई से हाथापाई भी की गई।
इधर लिफ्ट ऑपरेट करने वाली कंपनी पर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गये हैं, साथ ही मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर तीन अफसरों को निलंबित कर दिया गया है।