बदायूं जिले में समाजवादी पार्टी के नेताओं की स्थिति लोगों की समझ में नहीं आ पा रही है। नगर निकाय चुनाव को लेकर सपा ने आवेदन मांगे, इंटरव्यू लिए, मंथन किया, लेकिन सांसद धर्मेन्द्र यादव के चहेतों ने स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर लिया है, जिससे सपा कार्यकर्ता भ्रम की स्थिति में नजर आ रहे हैं, वहीं सपा की जमकर फजीहत हो रही है।
नगर निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी काफी समय से तैयारी कर रही है। निकाय चुनाव में सपा विजयी हो, इसके लिए जनप्रिय प्रत्याशी को ही टिकट देने का दावा किया जा रहा था। अधिकांश स्थानों पर सपा के ही चेयरमैन थे, इसके बावजूद सपा ने हर जगह से कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगे, प्रत्याशी बनाने को लेकर दावेदारों के इंटरव्यू लिए, तमाम बिन्दुओं पर मंथन किया गया। जिला स्तरीय टीम ने गहन मंथन कर जनप्रिय प्रत्याशियों की सूची तैयार की, जिसे नगर निकाय चुनाव के प्रभारी सांसद धर्मेन्द्र यादव की सहमति के बाद लखनऊ भेजा जाना था।
सांसद चुनाव की तैयारी की जगह स्मृति वंदन महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में रविवार को बदायूं पहुंचे। सोमवार सुबह उठते ही जनसमस्याओं को सुनते रहे और फिर शहर में सपाईयों और गैर सपाईयों के घर पर आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने निकल गये, जिससे प्रत्याशियों की सूची प्रदेश मुख्यालय नहीं भेजी जा सकी।
सपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि नगर पालिका परिषद उझानी और सहसवान में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, यहाँ जनप्रिय प्रत्याशी का चयन होते ही जिले की सूची प्रदेश मुख्यालय भेज दी जायेगी, जहाँ से संस्तुति मिलने के बाद प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जायेगी, इसके बावजूद बिल्सी, इस्लामनगर, ककराला, बिसौली सहित अन्य कई स्थानों पर सपा प्रत्याशी के रूप में दावेदारों ने स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, सपा प्रत्याशी के रूप में बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स लगा दिए गये हैं, जिससे समाजवादी पार्टी की जमकर फजीहत हो रही है।
सूत्रों का कहना है कि जिन-जिन स्थानों पर लोगों ने स्वयं को सपा प्रत्याशी घोषित किया है, वे सब सांसद धर्मेन्द्र यादव के करीबी हैं, जिन्होंने विश्वास की अति के चलते स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर लिया। बदायूं नगर पालिका परिषद में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी फात्मा रजा होंगी, इस सच्चाई से सभी परिचित हैं, इसके बावजूद समाजवादी पार्टी द्वारा घोषणा न होने के कारण अभी तक फात्मा रजा के होर्डिंग्स, बैनर और पोस्टर नहीं लगाये गये हैं। फात्मा रजा का टिकट कोई चाह कर भी नहीं काट सकता, इसके बावजूद पार्टी और शीर्ष नेताओं का सम्मान बनाये रखने का ध्यान रखा गया है, लेकिन छोटे-छोटे कस्बों के छुटभैयों ने स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर समाजवादी पार्टी और सांसद धर्मेन्द्र यादव की भी फजीहत करा दी है।
बिल्सी नगर पालिका में ऐसे व्यक्ति ने स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर लिया है, जिसके वार्ड में समाजवादी पार्टी आज तक कोई चुनाव नहीं जीती है, ऐसे कमजोर व्यक्ति ने सिर्फ चमचागीरी के बल पर स्वयं को प्रत्याशी घोषित किया है, जबकि पिछली बार यहाँ सपा की चेयरमैन थी, जिसे बरकार रखने के लिए सपा को मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहिए था, इसी तरह हाल ही में सपा में शामिल हुआ परिवार ककराला में स्वयं को प्रत्याशी घोषित कर चुका है, जिससे मूल समाजवादी कार्यकर्ताओं को ठेस पहुंची है। कार्यकर्ताओं का मत है कि घोषणा के बिना स्वयं को प्रत्याशी घोषित करने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)