कथित संत चिन्मयानंद अपनी छवि सुधारने का प्रयास कर रहा है और शाहजहाँपुर का प्रशासन उसका साथ दे रहा है। प्रशासन की गलत रिपोर्ट के चलते राज्यपाल ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया। प्रशासन ने सही रिपोर्ट दी होती, तो राज्यपाल मुमुक्षु आश्रम में नहीं आते।
उल्लेखनीय है कि यौन शोषण का आरोपी पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री व कथित संत चिन्मयानंद अपनी छवि सुधारने के इरादे से शाहजहाँपुर में स्थित कथित आश्रम में 25 फरवरी से 3 मार्च के बीच समारोह का आयोजन करता है। इस समारोह में गरिमामयी दायित्व निभाने वाले व्यक्तियों को आमंत्रित कर स्थानीय जनता और प्रशासनिक अफसरों पर दबाव बनाता है और उस दबाव में तमाम अनैतिक कार्यों को अंजाम देता रहता है।
इस बार भी चिन्मयानंद ने तमाम लोगों को बुलाया, लेकिन अधिकाँश लोगों ने इसका निमंत्रण ठुकरा दिया। राज्यपाल को भी इसके दुष्कर्मों के संबंध में लिखित में अवगत कराया गया था, लेकिन राजभवन ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी से पूछ लिया कि मुमुक्षु आश्रम का समारोह राज्यपाल के आने लायक है, अर्थात कुछ आपत्तिजनक तो नहीं है, इस पर जिलाधिकारी- शाहजहाँपुर की रिपोर्ट में बताया गया कि सब कुछ ठीक है और राज्यपाल की गरिमा के अनुसार है, जबकि तमाम मामलों की जांचें डीएम के पास ही लंबित हैं।
डीएम की गलत रिपोर्ट के चलते राज्यपाल एक यौन शोषण के आरोपी के जन्मदिन समारोह में रविवार को सम्मलित होने आ रहे हैं, जो सिर्फ संविधान के लिए ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए भी शर्मनाक ही कहा जायेगा।