शिक्षा का मन्दिर कहे जाने वाले स्कूल न सिर्फ व्यवसाय का माध्यम भर बनते जा रहे हैं, बल्कि गलत मानसिकता के लोगों द्वारा स्कूल बना लेने से स्कूलों का वातावरण ही दूषित हो गया है। शिक्षिकाओं व छात्राओं के साथ अनैतिक व्यवहार करने की खबरें अब आम होती जा रही हैं। ताजा प्रकरण बदायूं जिले के कस्बा उझानी में स्थित एस्सल पब्लिक स्कूल का है।
कस्बा उझानी के मोहल्ला किला खेड़ा निवासी एक व्यक्ति का कहना है कि उसकी बेटी एस्सल पब्लिक स्कूल में शिक्षक थी। व्यक्तिगत कारणों से बेटी ने आठ माह पूर्व नौकरी छोड़ दी और घर पर रहने लगी, इस बीच परिजनों ने गाजियाबाद के एक युवक से उसकी शादी तय कर दी। आरोप है कि स्कूल का चरित्रहीन प्रबंधक सुधांशु गुप्ता उसकी बेटी को लगातार फोन करता था और स्कूल आने को लेकर धमकाता था, जिस पर उसने व उसके बेटों ने आपत्ति की, पर वह नहीं माना।
पीड़ित पिता का आरोप है कि उसने गाजियाबाद में बेटी की शादी का रिश्ता जहाँ तय किया था, वहां सुधांशु गुप्ता ने किसी बच्चे से एक पत्र लिखा कर बरेली डाक घर से पोस्ट करा दिया, जिसमें धमकियां दी गई हैं, उस पत्र के चलते उसकी बेटी की शादी का रिश्ता टूट गया। प्रार्थना पत्र में यह भी लिखा है कि चरित्रहीनता के चलते सुधांशु गुप्ता के अपनी पत्नी से संबंध बिच्छेद हो चुके हैं। पुलिस ने सुधांशु गुप्ता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी के पुलिस विभाग के कई बड़े अफसरों व कई बड़े नेताओं से घनिष्ठ संबंध हैं, जिससे पुलिस उसका कुछ नहीं कर पायेगी।